पिथौरागढ़ में भी टैक्सियों की हड़ताल का व्यापक असर

दूसरे दिन भी जिला मुख्यालय से टैक्सियों का संचालन रहा बंद  पिथौरागढ़। प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत टैक्सी संचालकों की हड़ताल का सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में भी…

दूसरे दिन भी जिला मुख्यालय से टैक्सियों का संचालन रहा बंद 

पिथौरागढ़। प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत टैक्सी संचालकों की हड़ताल का सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में भी व्यापक असर देखा गयां। जिले भर में टैक्सी संचालकों की हड़ताल दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रही। जिला मुख्यालय में मनमाने नियम थोपने का आरोप लगाते हुए टैक्सी व्यवसायियों-संचालकों ने टनकपुर रोड पर विभाग के खिलाफ नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। वहीं टैक्सियां न चलने से जिलेभर में हजारों लोग परेशान रहे। बाहर से पिथौरागढ़ आने वाले और पिथौरागढ़ से बाहर जाने वाले अनेक यात्री टैक्सियां न मिलने से आवाजाही नहीं कर सके और उन्हें काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्रों-गावों से अपने काम के सिलसिले में लोग मुख्यालय भी नहीं पहुंच पाए।

उल्लेखनीय है कि स्पीड गवर्नर और साल में उसके रिन्यूवल की फीस आदि मुद्दों को लेकर पहाड़ में जगह-जगह टैक्सी संचालकों द्वारा वाहनों का परिचालन शुक्रवार से बंद कर दिया गया है। पहाड़ में अधिकतर परिवहन व्यवस्था इन्हीं के भरोसे चल रही है, लेकिन टैक्सी व्यवसायी परिवहन विभाग व शासन पर मनमाने नियम थोपने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ऐसे में जिले की परिवहन व्यवस्था भी चरमरा गई है। हड़ताल के चलते कस्बों व ग्रामीण क्षेत्र के लोग ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि उनको जिला मुख्यालय पहुंचना कठिन हो गया है। क्योंकि इन इलाकों की परिवहन व्यवस्था निजी टैक्सी संचालकों पर ही निर्भर है। रोडवेज या केमू की इक्का-दुक्का बसें ही कुछ मुख्य मार्गों पर चलती हैं। ऐसे में हड़ताल लंबी खिंची तो लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, टैक्सियों की हड़ताल से जिले में आने वाली और जिले से बाहर जाने वाली रोडवेज व निजी बसों यात्रियों की भीड़ उमड़ रही। इधर जिला मुख्यालय में शनिवार को परिवहन विभाग के खिलाफ टैक्सी संचालकों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा नये नियमों को जबरन थोपे जाने से उनको टैक्सियों का संचालन करना मुश्किल हो जाएगा और अपने वाहन सड़कों से हटाने पड़ेंगे। प्रदर्शन में मनोज ठकुराठी, गणेश जंग थापा, त्रिलोक सिंह महर, नवल किशोर, भुवन चंद, रमेश, दामोदर सहित अनेक टैक्सी व्यवसायी व चालक भी शामिल थे। हालांकि सांय को हड़ताल वापस ले ली गयी थी। अब रविवार से ही परिवहन व्यवस्था पटरी पर आने की उम्मीद जतायी जा रही है।