Pithoragarh- छिपिढांग चोटी फतह कर लौटी महिला टीम का किया स्वागत

छिपिढांग चोटी फतह कर लौटी महिला टीम का किया स्वागत6220 मीटर ऊंची छिपिढांग चोटी पर चढ़ने वाले महिला दल में उत्तराखंड समेत महाराष्ट्र की पर्वतारोही…

Pithoragarh Welcomed the womens team that returned after conquering the Chhidhang peak

छिपिढांग चोटी फतह कर लौटी महिला टीम का किया स्वागत
6220 मीटर ऊंची छिपिढांग चोटी पर चढ़ने वाले महिला दल में उत्तराखंड समेत महाराष्ट्र की पर्वतारोही शामिल


पिथौरागढ़। कैलाश रीजन की अविजित 6220 मीटर ऊंची छिपिढांग चोटी पर फतह कर लौटे सीबीटीएस के आठ सदस्यीय महिला दल का शुक्रवार को पिथौरागढ़ पहंुचने पर इंट्रिसिक क्लाइंबर्स एंड एक्सप्लोरर्स (आइस) संस्था ने स्वागत किया। इस महिला दल का नेतृत्व एवरेस्ट विजेता शीतल राज ने किया।


नगर के रई स्थित एक बारातघर में आयोजित समारोह में इस पर्वतारोही दल में शामिल महाराष्ट्र की याद्मिनी विलारे और दीपिका करामदे, उत्तराखंड निवासी ममता बिष्ट, गीता ठाकुर, कला बडाल, अनामिका दताल, मीनाक्षी राठौर को आइस संस्था के सचिव पर्वतारोही वासू पांडेय, हरीश ऐठाणी, मुकेश गिरी, नन्दा, शुभम, दीपिका और लोकेश पंवार के अलावा आम आदमी पार्टी के संगठन मंत्री गिरीश जोशी, चन्द्र प्रकाश पुनेड़ा, अशोक पांडेय, रामा इंफोटेक के प्रबंधक शैलेन्द्र, स्टेट हेड राज्यवर्धन सिंह आदि ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.


इस अवसर पर टीम लीडर शीतल राज ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आइस के वासू पांडेय तथा तथा सीबीटीएस के योगेश गर्ब्याल द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के चलते वह इस अभियान का कुशलतापूर्वक संचालन कर पाईं।

इस अभियान में कुशल और अकुशल पर्वतारोही शामिल थे। एकदम नया मार्ग तैयार करना था और सूखे, तंग पहाड़ को फतह करने की चुनौती अत्यंत साहसिक यात्रा थी। जिसे फतह करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है।

शीतल ने आइस टीम के प्रशिक्षण को आपदा प्रबंधन, साहसिक पर्यटन और पर्वतारोहण के लिए मील का पत्थर बताया। समारोह का संचालन संस्था के अध्यक्ष जगदीश कलौनी और अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र प्रकाश पुनेड़ा ने की।