Pithoragarh- सार्वजनिक जगह पर आरंभ की 26वीं पुस्तक परिचर्चा में युवाओं में दिखा उत्साह

पिथौरागढ़। ‘आरंभ’ की ओर से 26वीं पुस्तक परिचर्चा का आयोजन सोमवार को रामलीला मैदान, टकाना में आयोजित किया गया। सार्वजनिक स्थानों पर किताबों के बारे…

Pithoragarh- The enthusiasm shown among the youth in the 26th book discussion started in a public place

पिथौरागढ़। ‘आरंभ’ की ओर से 26वीं पुस्तक परिचर्चा का आयोजन सोमवार को रामलीला मैदान, टकाना में आयोजित किया गया।

सार्वजनिक स्थानों पर किताबों के बारे में बातचीत के इस नियमित अनौपचारिक आयोजन में युवाओं की अच्छी भागीदारी रही। कार्यक्रम का पहली बार हिस्सा बने युवाओं को भी आयोजन का फॉर्मेट पसंद आया।


इस आयोजन में फिक्शन, नॉन-फिक्शन, यात्रा वृत्तांत, ऐतिहासिक गल्प, राजनीतिक सामाजिक विषयों पर केंद्रित विविध पुस्तकों पर पाठकों ने अपनी बात रखी।


जिन पुस्तकों पर पाठकों ने बात रखी उनमें माधुरी विजय की ‘द फार फील्ड’, विवेक शानबाग की ‘घाचर घोचर’, अदिची की ‘वी शैल ऑल बी फेमिनिस्ट’, रावसाहब कासबे की ‘भारतीय प्रबोधन की दिशा’, ओमप्रकाश वाल्मीकि की ‘जूठन’, इजाबेल अलेंदे की ‘वायलेटा’, त्रेपन सिंह चौहान की ‘हे ब्वारी’ और ‘यमुना’, गीता गैरोला की ‘ये मन बंजारा रे’, रामचंद्र गुहा की ‘इंडिया आफ्टर गांधी’ तथा नीलोत्पल मृणाल की ‘डार्क हॉर्स’ समेत अनेक पुस्तकें शामिल रही।


कार्य्रकम के समापन पर आयोजन स्थल पर ही बहुत से पाठकों ने एक-दूसरे के साथ किताबों की अदला-बदली की और अपने पढ़ने के लिए अगली किताबों का चयन किया।


कार्यक्रम का संचालन अभिषेक ने किया। आरंभ के दीपक ने बताया कि इस मासिक आयोजन का उद्देश्य सार्वजनिक स्थलों पर पुस्तकों पर चर्चा कर लोगों में पढ़ने की आदत का विकास करना और किताबों के नियमित पाठकों का एक समूह विकसित करना है। कार्य्रकम में भूमिका, शीतल, अंजली, शिवम, गौरव, पंकज, मुकुल, शेफाली, महेंद्र, निखिल, मोहित, तरुण, धर्मा, गौरांग समेत अनेक युवा शामिल रहे।