पिथौरागढ़ के विकास के लिए विधायक ने भेजा मुख्यमंत्री को प्रस्ताव

पिथौरागढ़। विधायक मयूख महर ने पिथौरागढ़ विधानसभा क्षेत्र की जन आवश्यकताओं की पूर्ति और जन समस्याओं के निराकरण के लिए 10 विकास योजनाओं का प्रस्ताव…

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पिथौरागढ़। विधायक मयूख महर ने पिथौरागढ़ विधानसभा क्षेत्र की जन आवश्यकताओं की पूर्ति और जन समस्याओं के निराकरण के लिए 10 विकास योजनाओं का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेजा है। सरकार की तरफ से विधायक से इस तरह का प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया है। कांग्रेस जिला कार्यालय तिलढुकरी में सोमवार को विधायक महर ने इस संबंध एक प्रेस की तथा कुछ अन्य समस्याएं भी उठाईं।

मुख्यमंत्री को भेजे प्रस्ताव में विधायक महर ने सर्वप्रथम पिथौरागढ़ – बांस- गंगोलीहाट मोटर मार्ग के अवशेष कार्य के साथ ही रामगंगा नदी में मोटर पुल निर्माण की मांग की है, जिससे इलाके की एक बहुत बड़ी आबादी को लाभ और पर्यटन विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा विधायक ने जाख, मेलडुंगरी, थली, रामेश्वर मोटर मार्ग निर्माण के साथ रामेश्वर में मोटर पुल, सल्ला से पंचेश्वर तक मोटर मार्ग का निर्माण और लोहाघाट क्षेत्र को जोड़ने के लिए पंचेश्वर में सरयू नदी में मोटर पुल का निर्माण किए जाने, मोस्टामानु से चण्डिका मंदिर होते हुए असुरचूला तक रोप – वे निर्माण किए जाने और पिथौरागढ़ में रई झील का निर्माण उनके प्रस्ताव में शामिल है। विधायक ने कहा इन कार्यों से क्षेत्र के साथ साथ टूरिज्म का भी अच्छा विकास होगा।

उन्होंने जिला मुख्यालय में ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए स्पोर्ट्स स्टेडियम से पाण्डेगांव होते हुए पाटा तक नाले को पाटकर हल्का वाहन मार्ग बनाने, पिथौरागढ़ शहर के आंतरिक मार्ग के साथ-साथ हवाई पट्टी खांकर से जाजरदेवल तक व पिथौरागढ़ से बड़ाबे तक मोटर मार्ग में डामरीकरण किए जाने के अलावा पिथौरागढ़ में ला कॉलेज स्वीकृत करने, ग्राम सिंलिग्या, कौल, जांजर, चिंगरी, हिमतड़, सल्ला – सेल, रावतगाड़ा व तारागाड़ा ग्राम समूह के लिए सरयू नदी से लिफ्टिंग पेयजल योजना बनाने तथा सौनपट्टी क्षेत्र के ग्राम मड़सौन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना किए जाने का प्रस्ताव रखा है। विधायक ने कहा कि ये विकास कार्य व्यापक जनहित से जुड़े हैं, और उन्हें पूरी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इन कार्यों को स्वीकृति प्रदान करेंगे।

विधायक मयूख महर ने पत्रकारों के समक्ष क्षेत्र के विभिन्न ज्वलंत मुद्दे भी उठाए। कहा कि पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका शिलान्यास किया। इसके निर्माण के लिए कार्यदाई संस्था एनपीसीसी को 75 करोड़ रुपए भी अवमुक्त हो गए, लेकिन उसके बावजूद निर्माण स्थल मोस्टमानू में एक पत्थर नहीं लगा। उन्होंने पिथौरागढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं में पर गंभीर चिंता जताई और खासकर बेस अस्पताल के संचालन को लेकर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री की कोई भी बात धरातल पर नहीं उतरती। जिला व महिला जिला अस्पताल की बदहाली को भी सामने रखा।

विधायक महर ने पिथौरागढ़ से सुचारू हवाई सेवा संचालन, आंवला घाट पेयजल योजना, शहर में बढ़ता नशा और कानून व्यवस्था की हालत पर भी तीखी नाराजगी प्रकट करते हुए शासन प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया। शहर के विभिन्न में पीने के पानी की समस्या पर बात रखते हुए उन्होंने आंवला घाट के पानी की शहर में पहुंचने से पहले हुई बंदरबांट पर जल निगम को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ शहर और उसके आसपास के हिस्सों को आपूर्ति के लिए बनी इस योजना में जिस तरह की गड़बड़ी और लापरवाही की गई है उसके लिए जल निगम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।

उन्होंने शहर में बढ़ती अराजकता, स्मैक, चरस और अवैध शराब के बढ़ते चलन और युवाओं के भविष्य को लेकर कहा कि हम कैसा पिथौरागढ़ बना रहे हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन के इन समस्याओं पर नकेल कसने की बजाय केवल चालान आदि की कार्यवाही पर जोर दिए जाने पर सवाल उठाए। साथ ही कहा कि निकट भविष्य में इस तरह की ज्वलंत मुद्दों पर व्यापक जन आंदोलन खड़ा करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव में शामिल विकास कार्यों समेत इन मुद्दों को वह आगामी विधानसभा सत्र में भी मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगे।