पिथौरागढ़। किताब कौतिक में दूसरे दिन बुधवार को लैंटाना बग (कुरी का खटमल) के खोजकर्ता लोक वैज्ञानिक चन्द्र शेखर लोहुमी के जीवन व समग्र योगदान पर आधारित पुस्तक श्मेरा जीवन मेरा अनुभवश् का लोकार्पण इतिहासकार शेखर पाठक, वरिष्ठ पत्रकार व उपन्यासकार नवीन जोशी, नैनीताल समाचार के संपादक राजीव लोचन साह, वरिष्ठ पत्रकार बद्री दत्त कसनियाल और अध्यक्ष नगरपालिका राजेन्द्र सिंह रावत ने किया।
इस पुस्तक का प्रकाशन श्पहाड़श् ने किया है। चन्द्रशेखर लोहुमी के पुत्र हरिहर लोहुमी पुस्तक के संकलन कर्ता हैं। यहां बता दें कि मिडिल तक शिक्षा प्राप्त कर शिक्षक बने चन्द्रशेखर लोहुमी को वर्ष 1964 में राष्ट्रपति के हाथों राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त हुआ था। लैंटाना बग की खोज के लिए 1976 में तत्कालीन कृषि मंत्री जगजीवन राम ने 15 हजार रू का पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 5 हजार रू की सहायता प्रदान की थी।
उनकी उपलब्धि के लिए पन्तनगर कृषि विश्वविद्यालय, कुमाऊं विश्वविद्यालय, विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान शाला सहित कई संस्थाओं ने उनको सम्मानित किया। अमेरिका की टाइम पत्रिका ने दो बार तथा भारतीय समाचार पत्रों ने विस्तार से उनकी खोज को प्रकाशित किया था। मक्का की गिल्ली की राख में कीटनाशक तत्वों पर 3 वर्ष तक शोध, पर्वतीय काश्तकारी में मोटे अनाजों का महत्व, तिपतिया (चलमोड़ा) के विनाश की विधि आदि पर गहन अध्ययन, पर्यावरण व वनों का संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चन्द्रशेखर लोहुमी के कार्य उनकी उपलब्धियों में शामिल हैं।