पिथौरागढ़ डीएम पहुंचे चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley)

Pithoragarh DM reached Chaudas and Darma Valley धारचूला तहसील के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सुविधाओें, खाद्यान्न वितरण व पेयजल पर्यटन सुविधाओें का…

Pithoragarh DM reached Chaudas and Darma Valley

Pithoragarh DM reached Chaudas and Darma Valley


धारचूला तहसील के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सुविधाओें, खाद्यान्न वितरण व पेयजल पर्यटन सुविधाओें का किया स्थलीय निरीक्षण


तवाघाट-नारायण आश्रम रोड में मात्र 7 किमी में डामरीकरण पर ठेकेदार को नोटिस, सितंबर तक काम पूरा करने के निर्देश


पिथौरागढ़। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बीते मंगलवार उच्च हिमालयी क्षेत्र की चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) का भ्रमण कर लोगों से संपर्क किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने उन्होने विभिन्न गांवों का भ्रमण कर विकास कार्यों का स्थलीय रूप निरीक्षण कर जायजा लिया।

Pithoragarh DM  reached Chaudas and Darma Valley

चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी नेे ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं तथा क्षेत्र में सड़क और संपर्क मार्ग निर्माण, स्वास्थ्य सेवाओं, खाद्यान्न वितरण, पेयजल व्यवस्था, पर्यटन सुविधाओं तथा विद्युत व्यवस्था आदि का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने 27 किलोमीटर लंबी तवाघाट-नारायण आश्रम रोड में मात्र 7 किमी हिस्से में ही डामरीकरण किये जानेे पर ठेकेेदार को नोटिस देते हुए सितंबर काम पूरा करने निर्देश लोनिवि अधिकारियों को दिये।


चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी डाॅ. जोगदंडे नेे केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित किये जा रहे 40 किमी लंबे सोबला-सेला-तिदांग मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। कार्यदाई संस्था ने मार्ग कटिंग का कार्य पूरा कर लिया है, जिसमें 25 किमी मार्ग में सोलिंग का कार्य और 7 मोटर पुलों में से 6 में कार्य पूरा कर लिया गया है। अभी एक पुल सोबला में बनाया जाना है।

अधिशासी अभियंता सीपीडब्ल्यूडी ने बताया कि अक्टूबर तक इस पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पुल के शीघ्र निर्माण के लिए प्रशासन से जो भी आवश्यकता होगी, जल्द उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कार्यदायी संस्था को मार्ग में डामरीकरण कराने के निर्देश दिए।


जिलाधिकारी ने चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान तवाघाट से नारायण आश्रम तक निर्माणाधीन 27 किलोमीटर लंबी सड़क का निरीक्षक करते हुए अब तक मात्र 7 किलोमीटर हिस्से में ही डामरीकरण किए जाने पर नाराजगी जताई और ठेकेदार को नोटिस देते हुए लोनिवि अस्कोट के अधिशासी अभियंता को सितंबर तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने 14 किमी लंबे तवाघाट-थानिधार मोटर मार्ग का निरीक्षण कर विभाग को प्रथम चरण के कार्य इस वर्ष तक पूरे करने के निर्देश दिए। इस दौरान 6.5 किमी लबे पांगू-जीआईसी से रिमझिम बैंकू मोटर मार्ग में प्रथम चरण का कार्य 95 प्रतिशत पाया गया।

जिलाधिकारी ने चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत स्वीकृत रूंग-सिरखा मोटर मार्ग के निर्माण के संबंध में जानकारी ली। इस पर ईई ने समरेखण की कार्यवाही के संबंध में जानकारी दी, जिसेे जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी धारचूला एके शुक्ला को जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए।

चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने नारायण आश्रम में निर्मित लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन, आश्रम के निकट बनाए जा रहे हैलीपैड का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पस्ती-जयकोट मोटर मार्ग में वन भूमि हस्तांतरण की कार्यवाही शीघ्र करने को कहा।


दारमा घाटी के विभिन्न गांवों के भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने सेला, नागलिंग व दुग्तू में उरेड़ा द्वारा निर्माणाधीन लघु जल विद्युत परियोजनाओं का निरीक्षण करते हुए मौके पर वरिष्ठ परियोजना अधिकारी को जल्द उपकरण स्थापित कर ग्रामीणों को योजना का लाभ देने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ग्राम सभा गो, सेला, धारपांगू, ज्योति पांगू, कुरीला, दुग्तू, सौंन आदि गांवों की पेयजल योजना का जायजा लिया।

धारपांगू और कुरीला योजना की सामग्री मौके पर उपलब्ध होने पर भी निर्माण कार्य अब तक शुरू न होने पर जिलाधिकारी ने विभाग को चेतावनी देते हुए शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

उन्होंने 1 लाख रुपये से निर्मित दुग्तू-सौंन पेयजल योजना में ग्रामीणों को संयोजन न दिए जाने पर खंड विकास अधिकारी धारचूला को शीघ्र जांच कर सभी परिवारों को पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराने को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए उन्हें धनराशि उपलब्ध करा दी जाएगी। जिलाधिकारी ने पांगू एवं दुग्तू स्थित खाद्यान्न गोदामों का भी निरीक्षण किया। बताया गया कि दोनों गोदामों से सभी गांवों में जून तक का खाद्यान्न बांट दिया गया और सितंबर तक का वितरण किया जा रहा है।


खेल मैदान में अतिक्रमण की जांच के निर्देश
पिथौरागढ़। चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न गांवों में बैठक कर ग्रामीणों की समस्या सुनीं और संबंधित विभागों के जरिये निर्धारित समय पर उनका समाधान करने का आश्वासन दिया। दुग्तू सौंन में शौचालय निर्माण की मांग पर जिलाधिकारी ने बीएडीपी से इसी वर्ष निर्माण करने को कहा। ग्राम सेला में लिंक मार्ग और पैदल पुल निर्माण की मांग पर लोनिवि को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान नागलिंग में खेल मैदान में अतिक्रमण किए जाने की शिकायत पर उन्होंने एसडीएम धारचूला को तत्काल जांच के निर्देश दिए। लोनिवि के अधिशासी अभियंता को सेला, गो, ढकर में पुल तथा पैदल मार्ग निर्माण के प्रस्ताव तैयार करने को कहा। साथ ही क्षेत्र में चिकित्सक, फार्मासिस्ट व एएनएम की जल्द तैनाती के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए।


दारमा घाटी के ग्रामीणोें ने उठाईं विभिन्न समस्याएं
पिथौरागढ़। जिलाधिकारी के चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान
दारमा घाटी में विभिन्न गांवों में क्षतिग्रस्त कुमाऊं मंडल विकास निगम के अतिथि ग्रहों का निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने मामले से शासन व केएमवीएन को सूचित करने तथा ग्राम दुग्तू में क्षतिग्रस्त खाद्यान्न गोदाम भवन का प्रस्ताव शीघ्र तैयार करने के निर्देश जिला पूर्ति अधिकारी को दिए।

जिलाधिकारी के चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान विभिन्न गांवों में ग्रामीणों ने आपदा से भवनों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी दी, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्रीय पटवारी के माध्यम से शीघ्र स्थलीय निरीक्षण कराकर आपदा के मानक में पाए जाने पर धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।

भालुओं द्वारा खेती को नष्ट किए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने इसकी रोकथाम के लिए मनरेगा के माध्यम से गांवों की घेराबंदी करने का आश्वासन दिया। ग्राम मारछा, तिदांग और सीपू के ग्रामीणों की सड़क की मांग पर उन्होंने लोनिवि को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

चौदास और दारमा घाटी (Chaudas and Darma Valley) के भ्रमण के दौरान आईटीबीपी कैंपों में पेयजल की समस्या पर जिलाधिकारी ने पेयजल निगम को प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बताया कि कोविड-19 के अंतर्गत ग्राम सभा को जो धनराशि उपलब्ध कराई गई थी, उसका शत प्रतिशत उपभोग किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाए जाने, ग्राम बालिंग में पंचायत घर का निर्माण करने आदि मांगें उठाई गई। निरीक्षण के दौरान अनेक क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व ग्रामीण मौजूद रहे।

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