पिथौरागढ़ जिले से अलग नहीं होना चाहते देवलथल-बुंगाछीना के लोग

मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन, कहा प्रस्तावित डीडीहाट जिले में शामिल करना क्षेत्रवासियों के हित में नहींपिथौरागढ़। देवलथल तहसील क्षेत्र के लोगों ने भविष्य में डीडीहाट…


मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन, कहा प्रस्तावित डीडीहाट जिले में शामिल करना क्षेत्रवासियों के हित में नहीं
पिथौरागढ़। देवलथल तहसील क्षेत्र के लोगों ने भविष्य में डीडीहाट के जिला बनने पर उसमें शामिल नहीं किये जाने की मांग की है। क्षेत्र के लोगों ने इस संबंध में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजकर कहा है कि यह तमाम तरह से क्षेत्रवासियों के हित में है।


जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान के माध्यम से भेजे गए इस ज्ञापन में देवलथल व बुंगाछीना क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व आम लोगों का कहना है कि लंबे समय से डीडीहाट को जिला बनाए जाने की मांग की जा रही है। इन दिनों उसके लिए फिर से लोग आंदोलनरत हैं और संभव है कि भविष्य में डीडीहाट जिला बन जाए, लेकिन देवलथल तहसील क्षेत्र के लिए लोग डीडीहाट में शामिल नहीं होना चाहते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि देवलथल व बुंगाछीना क्षेत्र से डीडीहाट के प्रस्तावित जिला मुख्यालय की दूरी 70 किलोमीटर है, जबकि वहां से पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय 20-25 किमी दूर है।


लोगों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जब भी डीडीहाट जिले को अस्तित्व में लाने पर विचार किया जाए, तो देवलथल-बुंगाछीना क्षेत्र को डीडीहाट में शामिल न कर पिथौरागढ़ जिले में ही रहने दिया जाए, ताकि इलाके के लोगों को जिला स्तर के कार्यों को करने के लिए इतनी दूर नहीं जाना पड़े और उनको पैसे और समय की भी बचत हो। लोगों के अनुसार उनके लिए स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी पिथौरागढ़ नजदीक व सुविधाजनक है।

ऐसे में सरकार को किसी भी परिस्थिति में इन बातों को नजरअंदान नहीं करना चाहिए। ज्ञापन भेजने वालों में ग्राम प्रधान उसैल तनुजा पांडेय, ग्राम पंचायत सुरोली जगदीश प्रसाद, ग्राम प्रधान अगन्या बसंत बल्लभ शर्मा, ग्राम पंचायत नखनोली के हरीश भट्ट, प्रधान हेमा देवी, ग्राम प्रधान उड़ाई, ग्राम पंचायत सदस्य बिक्रम लोहाकोट-हराली आदि जनप्रतिनिधि शामिल हैं।