अब होली का त्यौहार काफी नजदीक है। इस वर्ष होली मैदानी क्षेत्रों में 25 मार्च व पहाड़ी क्षेत्रों में 26 मार्च को आयोजित की जाएगी। होली में रंगो से खेलते है लजीज खानपान बनाते है। वही बच्चे तो होली को लेकर काफी उत्साहित रहते है। बच्चो के उत्साह और मस्ती को देखकर माता पिता खुश तो होते है लेकिन होली में कई बार कुछ लापरवाही रंग में भंग काम करती है। जिसके लिए आपको विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
गुब्बारों से दूरी बनाए रखें। बच्चे गुब्बारों में पानी डालकर खेलते है। एक दूसरे के ऊपर फेकते है। जिनके फटने से सामने वाला चोटिल हो सकता है। साथ ही रंग वाले गुब्बारे खेलने से भी मना करे। आजकल केमिकलयुक्त रंग होते है। जो कि आखों त्वचा को नुकसान पहुंचाते है। ऐसे रंगो की पहचान करें और ऑर्गेनिक कलर ही लेकर आए।
केमिकल वाले रंगों से बचने के लिए फंकी गोगल्स पहनाए। इसके ही होली में खानपान भी बच्चो की सेहत बिगड़ सकता है। तले भुने चीजों से पाचन क्रिया कमजोर हो सकती है। इसके लिए खानपान का विशेष ध्यान रखें।