दिल्ली की सियासत में बड़ा बदलाव होने वाला है, और इसके केंद्र में हैं प्रवेश वर्मा, जिन्होंने नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को 4,089 मतों से हराया। इस ऐतिहासिक जीत के बाद प्रवेश वर्मा का नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। भाजपा और आरएसएस के भीतर भी उनके नाम पर सहमति बनती दिख रही है, हालांकि आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है।
प्रवेश वर्मा, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं और पश्चिमी दिल्ली से दो बार सांसद रह चुके हैं। उन्होंने केजरीवाल के गढ़ में चुनाव लड़ने से पहले ही अपनी रणनीति मजबूत कर ली थी और यमुना प्रदूषण जैसे मुद्दों को जोर-शोर से उठाया, जिसका फायदा उन्हें मिला। चुनावी जीत के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से बधाई दी और उनके साथ बैठक की, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि पार्टी नेतृत्व उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के अन्य दिग्गज नेता भी दौड़ में शामिल हैं। इनमें मनोज तिवारी, वीरेंद्र सचदेवा, बांसुरी स्वराज और स्मृति ईरानी जैसे नाम प्रमुख हैं। लेकिन अरविंद केजरीवाल को हराने की वजह से प्रवेश वर्मा को स्वाभाविक रूप से सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा जल्द ही दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर सकती है।
प्रवेश वर्मा ने अपनी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे जनता की जीत बताया और कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह फैसला भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। उन्होंने दिल्ली में विकास और बदलाव लाने की प्रतिबद्धता जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में दिल्ली को नई दिशा देने की बात कही।
अब सबकी निगाहें भाजपा के अंतिम फैसले पर टिकी हैं, जो आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री का चेहरा स्पष्ट कर देगा।