इधर डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि सभी की आपत्तियां ली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव 2011 की जनगणना के अनुसार हो रहे हैं। ऐसे में संभव है कि एक या दो परिवार वाले गांवों में माईग्रेशन के चलते ऐसा हुआ हो लेकिन ऐसी शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नियमों के मुताबिक यदि गांव में दो परिवार भी किसी वर्ग के रहते हों उस वर्ग का आरक्षण वहां दिया जा सकता है।
पंचायत चुनाव— धौलादेवी के नायल ग्रामसभा में नहीं है कोई आरक्षित वर्ग का परिवार फिर भी प्रधान की सीट आरक्षित,ग्रामीणों ने लगाई आपत्ति
अल्मोड़ा। पंचायतों के आरक्षण प्रक्रिया की अनंतरिम सूची जारी होने के आर बुधवार को कई क्षेत्रों में आरक्षण सूची को लेकर लोगों ने नाराजगी जाहिर…