पंचायत चुनाव: अल्मोड़ा के इस गांव के बूथ में छाई रही सुनसानी, ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार, आश्वासन देने पहुंचे अधिकारी भी लौटे बैरंग— ये थी वजह

पंचायत चुनाव: अल्मोड़ा के इस गांव के बूथ में छाई रही सुनसानी, ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार, आश्वासन देने पहुंचे अधिकारी भी लौटे बैरंग— ये थी वजह

अल्मोड़ा। ​त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के द्वितीय चरण में वोटिंग को लेकर जहां एक ओर ग्रामीणों में खासा उत्साह दिखा वही, ताड़ीखेत के पस्तौड़ावार गांव के मतदेय स्थल में सुबह से सन्नाटा रहा। गांव में 423 मतदाताओं में से एक भी मतदाता ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया।
दरअसल ताड़ीखेत के पस्तौड़ावार के ग्रामीण लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे है। पूर्व में ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप मांग पूरी नहीं होने पर पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने पूर्ण चुनाव बहिष्कार किया। गांव का एक भी व्यक्ति वोट डालने के लिए बूथ नहीं पहुंचा। आरओ एमसी जोशी ने बताया कि वहां 423 वोटर थे। जिसमें एक भी वोट नहीं पड़ा। नाराज ग्रामीणों ने इस बार गांव से ग्राम प्रधान के लिए कोई भी प्रत्याशी चुनाव में खड़ा नहीं किया। सूचना पर सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस मजिस्ट्रेट ने पस्तौड़ावार जाकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। जल्द ही उनकी समस्या का निस्तारण किये जाने का आश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीणों ने अधिकारियों की एक नहीं मानी। अंत में अधिकारियों को वहां से बैरंग लौटना पड़ा।
इधर मतदान स्थल पर चुनाव अधिकारी व अन्य कर्मचारी दिन पर मतदाताओं का इंतजार करते रहे लेकिन शाम तक एक भी ग्रामीण वोट डालने के लिए बूथ नहीं पहुंचा।