कहा कि बाजार में भीड़ तो है पर व्यापारियों की दुकानों में एकदम सुनसानी है इससे व्यापारियों के चेहरे उतरे हुए हैं।उन्होंने सभी लोगों से बाजार में रौनक लौटाने के लिए सभी खरीदारी स्थानीय स्तर पर करने की अपील करते हुए कहा कि जनता ही स्थानीय बाजार की रौनक लौटा सकती है। कहा कि दुख, आपदा और संकट के समय सहयोग और आर्थिक मदद(Financial aid) के लिए स्थानीय व्यापारी ही सहयोग करते हैं। इसलिए जनता को स्थानीय बाजार(local market) में खरीदारी को आना चाहिए। must read
must read it
must read it