पीसीएस परीक्षा में उत्तराखंड से संबंधित पूछे गए एक तिहाई प्रश्न, कट ऑफ 90 की जगह जा सकता है 95 अंक तक

उत्तराखंड पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा इस बार बदले पैटर्न पर हुई । पेपर-1 (जीएस) में इस बार करीब एक तिहाई प्रश्न उत्तराखंड से संबंधित पूछे गए…

One third of the questions asked in PCS exam were related to Uttarakhand, cut off can go up to 95 marks instead of 90

उत्तराखंड पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा इस बार बदले पैटर्न पर हुई । पेपर-1 (जीएस) में इस बार करीब एक तिहाई प्रश्न उत्तराखंड से संबंधित पूछे गए थे। जिसमें परंपरागत सवालों से इतर राज्य के समसामयिक विषयों पर आधारित प्रश्न ज्यादा आए।वहीं, पेपर -2 (सीसैट) बीते वर्षों की तुलना में कठिन रहा। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार कटआफ 90 से 95 अंक तक रह सकती है।

सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह का कहना है की पहली पाली में 47762 अभ्यर्थियों में से 20887 व दूसरी पाली में 20438 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दीपरीक्षा विशेषज्ञ एवं प्रयाग आइएएस एकेडमी के निदेशक आरए खान ने बताया कि पेपर-1 (जीएस) में इस बार उत्तराखंड से संबंधित सवालों की संख्या ज्यादा थी। पहले करीब 18-20 प्रतिशत प्रश्न उत्तराखंड से पूछे जाते थे। लेकिन इस बार यह संख्या कुल प्रश्नों की करीब एक तिहाई रही। आमतौर पर उत्तराखंड के भूगोल, इतिहास, राजनीति, संस्कृति आदि से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं। पर इस बार ट्रेंड बदला है। इस बार समसामयिक विषयों पर आधारित प्रश्न ज्यादा आए।

ऐसे में उत्तराखंड से संबंधित ज्यादा ज्ञान न रखने वालों को मुश्किल हुई होगी जबकि उत्तराखंड की गहरी समझ रखने वाले अभ्यर्थियों को इसका उचित लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि पेपर 2 में इस बार तुलनात्मक रूप से कठिन था। यह यूपीएससी के स्तर का था। जिसमें लाजिकल रीजनिंग के प्रश्न कम और क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूट के प्रश्न अधिक थे। जिसका गणित व विज्ञान के छात्रों को फायदा होगा।

उन्होंने बताया कि सीसैट पेपर क्वालीफाइंग होता है। इसके लिए कुल 150 अंक निर्धारित हैं और उम्मीदवारों को अगले दौर के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए एक तिहाई अंक प्राप्त करने होंगे। वहीं, पेपर-1, 150 अंक का होता है। यदि कोई छात्र 90-95 अंक हासिल कर लेता है तो वह मुख्य परीक्षा के लिए अर्ह होगा।