Champawat- सतत विकास लक्ष्यों पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

चंपावत। जिला पंचायत सभागार में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDG) कार्य योजना, डाटा इकोसिस्टम और अनुश्रवण विषय पर एक दिन का जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन…

चंपावत। जिला पंचायत सभागार में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDG) कार्य योजना, डाटा इकोसिस्टम और अनुश्रवण विषय पर एक दिन का जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर कार्यशाला में आए एसडीजी इंटीग्रेशन एक्सपोर्ट करुणाकर सिंह और उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या कार्यालय डॉ दिनेश बडोनी ने कहा कि भारत सरकार के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के अंतर्गत 2030 तक इकनोमिक, सोशल और पर्यावरणीय संवाहनियता को बनाए रखने के लिए गरीबी के सभी आयामों को खत्म करते हुए समृद्धि प्राप्त करने और न्याय पूर्ण एवं सुरक्षित व्यवस्था बनाए जाने की प्रतिबद्धता जताई है।

उन्होंने कहा कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट एक निरंतर प्रक्रिया है और इस डबल कमेंट के लिए जनपद स्तर पर अलग-अलग विभागों से एक बेहतर कार्य योजना होने के लिए इस तरह की करो सालों से विभागों को एक बेहतर प्लान तैयार करने में सहायता मिलती है। कार्यशाला में अलग-अलग विभागों के अधिकारियों से उन्होंने कहा की इस कार्यशाला का फायदा उठाते हुए विभागीय एसडीजी कार्ययोजना ज्यादा से ज्यादा बेहतर बनाएं।

अपने-अपने विभागों से संबंधित लक्ष्य को प्राप्त करने के बारे में उन्होंने सभी अधिकारियों को विस्तार से बताया। नियोजन विभाग देहरादून से आए उप निदेशक दिनेश बडोनी ने कार्यशाला में एसडीजी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि साल 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पारित सभी सदस्य राष्ट्रों के लिए साल 2030 तक सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स का अजेंडा अंगीकृत किया है। उत्तराखंड विजन-2030 के अनुसार उत्तराखंड राज्य में भी सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के कार्यान्वयन के लिए महत्वपूर्ण संकेतकों का चयन करते हुए जनपदवार सस्टेनेबल डेवलपमेंट सूचकांक बनाए जाने की कार्यवाही हो रही है।

SDG के अंतर्गत है 17 बिंदु

राज्य में सस्टेनेबल डेवलपमेंट को पूरा करने के लिए ग्रोथ डाईवर चिन्हित किए गए जिनमें मुख्य रूप से जैविक कृषि एवं बागवानी, पर्यटन विशेषकर साहसिक और ईको टूरिज्म, आयुष वानिकी हाइड्रोइलेक्ट्रिक एनर्जी एवं रिन्यूएबल एनर्जी शामिल है। उन्होंने कहा कि SDG के अंतर्गत 17 बिंदु है इसके अंतर्गत विभागों को उनसे संबंधित एरियाज पर काम करना है। कुछ विभागों को 1 बिंदु के कार्यो के अंतर्गत अन्य बिंदुओं पर भी काम करना है । उन्होंने सभी विभागों को उनसे संबंधित प्राप्त करने वाले लक्ष्यों के बारे में बताया कि किस तरह से लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने सभी को आपसी तालमेल बनाकर, ग्रुप बनाकर लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर लक्ष्यों को पाने के टिप्स दिए।

इस अवसर पर सीओ अशोक सिंह परिहार, एपीडी विमी जोशी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी एनबी बचखेती, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोपाल दत्त पांडेय, पर्यटन अधिकारी लाता बिष्ट, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक डीएस राजपूत, कृषि अधिकारी राजेन्द्र उप्रेती, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी बीएस जंगपांगी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत राजेश कुमार, डीआईसी सोमनाथ गर्ग, बीडीओ पाटी डॉ.अमित ममगई, बाराकोट बीबी जोशी समेत विभिन विभागीय अधिकारी आदि मौजूद रहे।