अब ड्रोन के जरिए भारतीय डाक में मेल भेजने का कॉन्सेप्ट किया शुरू, जाने ट्रायल में कितने समय में हुआ यह डिलीवर

भारतीय डाक मेल भेजने के लिए अपने टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने को तैयार है। डाक विभाग में अरुणाचल प्रदेश में ड्रोन के जरिए मेल ट्रांसमिशन…

Now the concept of sending mail through drones has been started in Indian Post, know how much time it took to deliver in the trial

भारतीय डाक मेल भेजने के लिए अपने टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने को तैयार है। डाक विभाग में अरुणाचल प्रदेश में ड्रोन के जरिए मेल ट्रांसमिशन के लिए प्रूफ आफ कॉन्सेप्ट शुरू किया है।

विभाग में मंगलवार को बताया कि डाक विभाग पास के सफल संचालन के बाद दूसरी कठिन और पहाड़ी क्षेत्रों में मेल ट्रांसमिशन के लिए ड्रोन के उपयोग का अब विस्तार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि डाक विभाग में पास को अंजाम देने के लिए सकी और मोबिलिटी के साथ समझौता भी किया है।

चौखाम डाकघर से एक ड्रोन उड़ा

डाक विभाग में अरुणाचल प्रदेश के नाम साईं और लोहित जिले में स्थित चौखाम डाकघर और वाकरो शाखा डाकघर के बीच ड्रोन के माध्यम से मेल ट्रांसमिशन के लिए 21 अक्टूबर, 2024 को प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (पीओसी) शुरू किया है, जब चौखाम डाकघर से एक ड्रोन सुबह 10.40 बजे हवाई मार्ग से उड़ा और बीओ के लिए मेल लेकर 11.02 बजे वाकरो शाखा डाकघर पर उतरा।

डाक पहुंचाने का समय घटकर 22-24 मिनट रह गया

वापसी की यात्रा में ड्रोन वाक्रो शाखा डाकघर से सुबह 11:44 बजे उड़ा और 12:08 पर चौखाम डाकघर पर उतरा। वाकरो शाखा डाकघर चौखाम डाकघर से 45 किमी की दूरी पर स्थित है।

पहाड़ी इलाके के कारण चौखाम डाकघर से वाकरो शाखा डाकघर के बीच डाक पहुंचाने में करीब 2-2.5 घंटे का समय लगता है, क्योंकि डाक अरुणाचल प्रदेश राज्य परिवहन सेवाओं की बसों के माध्यम से पहुंचाई जाती है। पर्यावरण अनुकूल ड्रोन के माध्यम से डाक पहुंचाने से दोनों स्थानों के बीच डाक पहुंचने का समय घटकर 22 से 24 मिनट ही रह गया

डाक की वास्तविक समय पर ट्रैकिंग भी हो सकेगी

विभाग की तरफ से यह भी कहा गया कि ड्रोन के जरिए डाक तो पहुंचा ही जाएगा और इसमें लगने वाला समय भी काम है और इसी से विश्वसनीयता भी आएगी और साथ ही दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में ट्रैकिंग भी हो पाएगी। यह डाक विभाग को वाकरो शाखा डाकघर के तहत आने वाले क्षेत्रों में डाक पहुंचाने की सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इसमें कहा गया है कि डाक विभाग पी.ओ.सी. के सफल संचालन के बाद दूसरे कठिन और पर्वतीय क्षेत्रों में भी डाक भेजने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल का विस्तार करेगा।