अल्मोड़ा 11 नवम्बर, 2021
अल्मोड़ा में अब डेनेज सिस्टम बनाने को लेकर कवायद शुरू हो गयी है। एनटीडी वार्ड को लेकर कार्य शुरू हो गया हैं। यहां आयोजित एक बैठक में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने यह जानकारी दी।
अल्मोड़ा शहर में ड्रेनेज सिस्टम के स्थाई समाधान के लिये जिलाधिकारी वंदना सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन में संपन्न एक बैठक में इसे कार्ययोजना को लेकर चर्चा की गयी।
बैठक में जल संस्थान, जल निगम, नगर पालिका और कोसी कटारमल स्थित जीबी पंत पर्यावरण संस्थान के अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि अल्मोड़ा शहर का लगातार लगातार विकास हो रहा है, लेकिन ड्रेनेज पर विशेष ध्यान नहीं दिये जाने के कारण भारी बरसात में पानी निकासी न होने के फलस्वरुप भूस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है। कहा पूर्व में स्थित प्राकृतिक ड्रेनेज व जल निकासी के लिये बनी नालियों, कलमठो के बंद होने से यह स्थिति पैदा हुई हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि बंद पड़े प्राकृतिक ड्रेनेज को खोलने व नया ड्रेनेज सिस्टम विकसित करने के संबंध में विचार करना होगा।बताया कि इसके लिये ओर प्रशासन के स्तर से कार्य शुरू कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि पहले चरण में एनटीडी वार्ड में ड्रेनेज व्यवस्था को लेकर कार्य प्रारंभ किया गया है, शुरूवाती स्तर में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सर्वे कार्य किया गया है। इंदिरा कॉलोनी में भी सर्वे शुरू किया गया है और इस सर्वे को 15 नवंबर तक पूरा करने के निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं।
अल्मोड़ा की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि सर्वे के आधार पर विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार किया जाएगा जिसमें जी बी पंत पर्यावरण संस्थान के तकनीकी सहयोग के आधार पर प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा साथ ही इन क्षेत्रों की जीआईएस मैपिंग भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसमें दीर्घकालिक योजना के आधार पर सर्वे किया जा रहा है इन कार्यों के लिए कमेटी का गठन भी किया गया है जो समय-समय पर अपने सुझाव देगी। बैठक में प्रोफेसर जेएस रावत, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पांडे के साथ ही कई अधिकारी मौजूद रहे।