दिल्ली। जल्द ही छात्र साल में 2 बार बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे। दरअसल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूली शिक्षा का नया ‘नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क’ तैयार किया है जिसके तहत बोर्ड परीक्षा साल में दो बार होगी। इसका फायदा यह होगा कि छात्र उस बोर्ड परीक्षा में उपस्थित हो सकतें है, जिसके लिए वह तैयार हों। वहीं दो बार की परीक्षाओं में से छात्र को सर्वश्रेष्ठ अंक बरकरार रखने का विकल्प भी मिलेगा।
इसके साथ ही जल्द ही 9वीं एवं 10वीं कक्षा के छात्रों को तीन भाषाओं का अध्ययन करना होगा, जिनमें दो भारतीय भाषाएं होंगी। इसके साथ ही 11वीं और 12वीं में विषयों का चयन कला, विज्ञान, वाणिज्य स्ट्रीम तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि छात्रों को अपनी पसंद का विषय चुनने का भी विकल्प दिया जाएगा। बताते चलें कि छात्रों पर बोर्ड परीक्षा के बोझ को कम करने के लिए इस तरह के अनेक कदम उठाए जा रहे हैं।