भारतीय वायुसेना अग्निवीर में वायु भर्ती के लिए अधिसूचना हुई जारी, देखिए

भारतीय वायु सेना ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर वायु भर्ती का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर सामने आई। भारतीय वायुसेना ने…

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भारतीय वायु सेना ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर वायु भर्ती का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर सामने आई। भारतीय वायुसेना ने अग्निवीर वायु भर्ती के लिए अधिसूचना जारी कर दी है।योग्य एवम इच्छुक उम्मीदवार भारतीय वायुसेना की आधिकारिक वेबसाइट (agnipathvayu.cdac.in.) पर जाकर आधिकारिक अधिसूचना देख सकते हैं।साथ ही पात्र उम्मीदवार 8 जुलाई से IAF अग्निवीरवायु भर्ती के लिए पंजीकरण कर सकेंगे।

आधिकारिक नोटिस के अनुसार, आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि 28 जुलाई है। परीक्षा 18 अक्तूबर को आयोजित होने वाली है। पंजीकरण करने के लिए उम्मीदवारों को 550 रुपये का आवेदन शुल्क देना होगा।जिसके लिए आयु सीमा 3 जुलाई 2004 और 3 जनवरी 2008 (दोनों तिथियां सम्मिलित) के बीच जन्मे उम्मीदवार आवेदन करने के लिए पात्र हैं।यदि कोई अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया के सभी चरणों को उत्तीर्ण कर लेता है, तो नामांकन की तिथि पर ऊपरी आयु सीमा 21 वर्ष होनी चाहिए।वही अभ्यर्थियों को केंद्र, राज्य या केंद्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से गणित, भौतिकी और अंग्रेजी के साथ कक्षा 12वीं या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए, जिसमें कुल मिलाकर न्यूनतम 50% अंक और अंग्रेजी में 50% अंक होने चाहिए।

या फिर अभ्यर्थियों को केन्द्रीय, राज्य या संघ शासित प्रदेश सरकारों द्वारा मान्यता प्राप्त पॉलिटेक्निक संस्थान से इंजीनियरिंग (मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर विज्ञान, इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्नोलॉजी या सूचना प्रौद्योगिकी) में तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स उत्तीर्ण होना चाहिए, जिसमें डिप्लोमा कोर्स में न्यूनतम 50% अंक और अंग्रेजी में 50% अंक होने चाहिए (या इंटरमीडिएट/मैट्रिकुलेशन में, यदि डिप्लोमा कोर्स में अंग्रेजी विषय नहीं था)।अथवा केन्द्रीय, राज्य और संघ शासित प्रदेशों द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से भौतिकी और गणित जैसे गैर-व्यावसायिक विषयों के साथ दो वर्षीय व्यावसायिक पाठ्यक्रम पूरा किया हो।

न्यूनतम 50% कुल अंक प्राप्त किए हों, और व्यावसायिक पाठ्यक्रम में अंग्रेजी में कम से कम 50% अंक प्राप्त किए हों। यदि व्यावसायिक पाठ्यक्रम में अंग्रेजी एक विषय नहीं है, तो यह आवश्यकता इंटरमीडिएट या मैट्रिकुलेशन स्तर पर लागू होती है।