पेयजल आपूर्ति पर लापरवाही क्षम्य नहीं, जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

अल्मोड़ा। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने समस्त उपजिलाधिकारियों सहित जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को कडे़ निर्देश दिये है कि गर्मी के मौसम…

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अल्मोड़ा। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने समस्त उपजिलाधिकारियों सहित जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को कडे़ निर्देश दिये है कि गर्मी के मौसम में पेयजल वितरण व्यवस्था पर पैनी नजर रखें। उन्होंने आज जिला कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में यह निर्देश दिये। उन्होंने जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे आपस में समन्वय बनाकर पानी की आपूर्ति हेतु अधिक से अधिक रिफलिंग क्षेत्र का चयन कर लें ताकि किसी प्रकार की परेशानी पेयजल वितरण में न हो।
बैठक में यह भी निर्देश दिये कि इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर एकल पेयजल योजना ध्वस्त होती है तो उसकी शिकायत मिलने पर भी उस पर कार्यवाही की जाय। जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों व तहसीलदारों को यह भी निर्देश दिये कि जहां पर भी पेयजल वितरण की समस्या आ रही हो वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस पर नजर रखेंगे।
जिलाधिकारी ने जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां पर भी हैण्डपम्प खराब पडे है उसे ठीक करा लिया जाय। इसके अलावा जहां पर पेयजल लाइनें लीकेज है उसे भी ठीक कर लिया जाय। जिलाधिकारी ने कि पेयजल की समस्या को देखते हुए सभी से अपील की है कि पानी का व्यर्थ में दुरूप्रयोग न किया जाय। उन्होंने कहा कि जहां पर भी पानी का दुरूप्रयोग करते हुये पाया जायेगा तो उसे गम्भीरता से लिया जायेगा। जिलाधिकारी ने कोसी बैराज में जल निगम द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यो पर नराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारी मौके पर जाकर कार्य को तय सीमा के अन्तर्गत पूरा कर लोगो की समस्याओं का निदान प्राथमिकता से कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पेयजल की समस्या होने पर आपदा कन्ट्रोल रूम सहित जल संस्थान द्वारा बनाये गये कन्ट्रोल रूम में पेयजल की शिकायत की जा सकती हैं। इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुये तुरन्त कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी सल्ट, भिक्यिासैंण, द्वाराहाट व अल्मोड़ा को निर्देश दिये कि जहां पर पेयजल आपूर्ति के लिये टैंकर व घोडे, खच्चरों की आवश्यकता हो उसका विवरण तैयार कर लें ताकि गम्भीर समस्या होने पर उस पर तुरन्त कार्यवाही की जा सके। जिलाधिकारी ने पेयजल समस्याओं के निदान में बरती गयी लापरवाही को गम्भीरता से लेने की बात कही साथ ही उन्होंने कहा कि पेयजल सम्बन्धी शिकायतें जब भी दर्ज की जहंा उसमें शिकायतकर्ता पूरा विवरण अंकित हो। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियो ंको निर्देश दिये कि जहां पर भी टैंकरों के द्वारा पानी का वितरण किया जाना है उसके लिए पुलिस विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर समय निर्धारित कर लिया जाय ताकि यातायात व्यवस्था में किसी भी प्रकार बाधा उत्पन्न न होने पाये। उसके लिये एक रूट चार्ट तैयार कर लिया जाय ताकि उसी अनुसार पेयजल का वितरण किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून आने से पूर्व सभी तैयारिया समय से पूर्ण कर ली जाय। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसी प्रकार की समस्या आने पर अपने क्षेत्र के उपजिलाधिकारी से सम्पर्क स्थापित कर उसका निदान कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश कि इस दौरान विद्युत की आपूर्ति पूर्णरूप से बहाल रखें। उन्होंने यह भी निर्देश कि डिवीजन स्तर पर एक व्हाटसएप गु्रप बना लिया जाय ताकि किसी प्रकार की समस्या आने पर उसका निस्तारण किया जा सके।
इस बैठक में उपजिलाधिकारी सदर सीमा विश्वकर्मा, द्वाराहाट राजकुमार पाण्डे, सल्ट अभय प्रताप सिंह, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनोहर लाल, अधिशासी अभियन्ता विद्युत डी0डी0 पांगती, अधिशासी अभियन्ता जल निगम के0डी0 भटट, अधिशासी अभियन्ता सिंचाईखण्ड विनोद कुमार, पटल सहायक मनोज काण्डपाल सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।