Pithoragarh – पर्वतारोहियों ने बिर्थी फॉल में रैपलिंग कर बनाया राष्ट्रीय रिकॉर्ड

National record by ice society in Pithoragarh पिथौरागढ़ (Pithoragarh)। साहसिक पर्यटन की दृष्टि से सुप्रसिद्ध पिथौरागढ़ जिले (pithoragarh) में विभिन्न गतिविधियों वर्ष भर आयोजित होती…

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National record by ice society in Pithoragarh

पिथौरागढ़ (Pithoragarh)। साहसिक पर्यटन की दृष्टि से सुप्रसिद्ध पिथौरागढ़ जिले (pithoragarh) में विभिन्न गतिविधियों वर्ष भर आयोजित होती रहती हैं। इसी क्रम में साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में लंबे समय से कार्य कर रही अग्रणी संस्था ‘आइस’ की टीम ने पर्यटन स्थल मुनस्यारी के तल्ला जोहार में विश्व प्रसिद्ध 148 मीटर ऊंचे बिर्थी फॉल में रैपलिंग कर राष्ट्रीय स्तर पर रिकॉर्ड कायम किया। बताते चलें कि इससे पूर्व राष्ट्रीय स्तर का रिकॉर्ड आंध्र प्रदेश के कृतिका वाटर फॉल में रहा है।

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रविवार को पिथौरागढ़ (pithoragarh) में आइस संस्था ने जिला प्रशासन के सहयोग से पूर्वाह्न 11 बजे से बिर्थी फॉल में पहली रैपलिंग प्रारम्भ की, जिसमें पर्वतारोही मनीष कसनियाल तथा जया क्षेत्री ने वाटर फॉल के टॉप से ठंडे पानी की धाराओं के वेग से संघर्ष करते हुए 148 मीटर उतरकर राष्ट्रीय स्तर का कीर्तिमान बनाया। इस कीर्तिमान को बनाए जाने को आइस संस्था के कुल 30 सदस्यों ने प्रतिभाग किया जिसमें 8 महिलाएं शामिल थीं।

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इस अवसर पर पिथौरागढ़ (pithoragarh) के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एचसी पंत ने कहा कि आज उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में रैपलिंग में राष्ट्रीय स्तर का जो रिकॉर्ड बनाया गया है वह निश्चित रूप से जिले व प्रदेश के लिए गर्व की बात है। इससे जिले में साहसिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में और अधिक मदद मिलेगी। कार्यक्रम के आयोजक बासू पांडे ने कहा कि कोरोना काल में मुनस्यारी का पर्यटन कारोबार खासा प्रभावित हुआ है। इस तरह के आयोजनों से बिर्थी के साथ ही मुनस्यारी का पर्यटन कारोबार भी परवान चढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल होने की है।

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बिर्थी वाटर फॉल के टाप से रैपलिंग कर उतरते दोनों पर्वतारोही

झरने के बीच पर्वतारोहण का रिकॉर्ड अभी तक आंध्र प्रदेश के नाम दर्ज है। जिन्होंने 125 मीटर की ऊंचाई से वाटर फॉल रैपलिंग की थी। बिर्थी में 148 मीटर की ऊंचाई से रैपलिंग की है। कार्यक्रम को देखने पंहुचे 17 साल के अंशवर्धन उप्रेती ने कहा कि वो इस आयोजन से खासे उत्साहित हैं। वे भी भविष्य में साहसिक खेलों में शिरकत करने का मन बना चुके हैं। जिला प्रशासन की ओर से ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर दिनेश वर्मा ने बताया कि उन्होंने ड्रोन की मदद से पूरे साहसिक आयोजन की रिकॉर्डिंग की है जो आने वाले कल में साहसिक खेलों के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।

इस मौके पर सेेेना के ले. बीएस परमार, पूर्व विधायक मयूख महर, ग्राम प्रधान बिर्थी राधिका देवी, केएमवीएन के मैनेजर दिनेश गुरुरानी, केएमवीएन बिर्थी के मैनेजर केदार दानू, सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश कलौनी सहित विभिन्न क्षेत्रों से आये पर्यटक, स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।

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