झुलेड़ी बिसारी के त्रिलोचन पिछले कई वर्षों से नशे के खिलाफ चला रहे हैं जागरूकता अभियान

अमित जोशी। चम्पावत जिले मे चुनिंदा लोग धूम्रपान निषेध के क्षेत्र मे कार्य कर रहे हैं। इनमें से एक नाम शिक्षक त्रिलोचन जोशी का भी…

अमित जोशी। चम्पावत जिले मे चुनिंदा लोग धूम्रपान निषेध के क्षेत्र मे कार्य कर रहे हैं। इनमें से एक नाम शिक्षक त्रिलोचन जोशी का भी है। राजकीय हाईस्कूल छीनीगोठ टनकपुर में तैनात शिक्षक त्रिलोचन जोशी अपने अवकाश के समय का उपयोग नशा हटाओ जीवन बचाओ अभियान के तहत लोगों को नशीले पदार्थों से दूर रहने की नसीहत देते रहे हैं। वह वर्ष 2007 से नशा हटाओ जीवन बचाओ अभियान चला रहे है।

त्रिलोचन को चम्पावत के पूर्व जिलाधिकारी अहमद इकबाल जी ने भी उनके उल्लेखनीय कार्य के लिये सम्मानित किया जा चुका है।अभियान के तहत अभी तक लगभग छह लोगों को नशा मुक्ति के संकल्प पत्र भरवा चुके है। उनके इस अभियान से प्रेरित होकर अभी तक छह लोग बीड़ी ,सिगरेट छोड़ चुके है। वह शादी समारोहों में जाकर वर बधू से नशा मुक्ति व बेटी बचाओ के संकल्प पत्र भरवाते हैं। तीज त्योहारो, कथा भागवत में मन्दिरों में जाकर तीर्थ यात्रियो को जागरूक करते हैं।

इसके अलावा वह स्कूलों और कॉलेजों मे जाकर छात्र छात्राओं से संकल्प पत्र भरवाते हैं। एनसीसी तथा एनएसएस शिविरों में शिविरार्थियों को नशे से दूर रहने का सन्देश देते हैं। स्कूलों के बच्चों को सुधारने की प्रबल इच्छा त्रिलोचन जोशी को अभियान की और खींच लायी। उन्होंने चार वर्ष तक वर्ल्ड लंग्सफाउन्डेशन के तहत भी स्कूल मे तंबाकू निषेध कार्यक्रम के तहत कार्य किया। इसके तहत बच्चों को जिलास्तर तक प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करवाया। इसके अलावा जोशी गांव गांव मे घूमकर वहां के जनसामान्य को बीड़ी, सिगरेट और शराब के दुष्प्रभाव बताते हुए स्कूली बच्चों के बीच मादक पदार्थो के ऊपर चित्रकला, निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित करवाते हैं ।

शादी बारातों मे मिथ्या और दिखावापन के चलते सिगरेट, गुटका, बीड़ी, बीयर और शराब परोसी जाती रही है। त्रिलोचन जोशी कहते हैं कि मैं प्रत्येक नागरिक से अपील करता हूँ यदि आप नशे की आदी है तो आत्मबल जगाईये, तुरन्त नशा छोडिए, अपने बच्चों के सन्मुख इनका उपयोग मत कीजिए।