बरसाती नाले में बही दो बहनें, एक की मौत,छोटी बहिन को बचाने तेज बहाव में कूद गई थी बड़ी बहिन खुद हारी जिंदगी की जंग, रुला देने वाली खबर

पिथौरागढ़ सहयोगी। मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में मंगलवार को स्कूल से लौटते वक्त दो सगी बहनें बरसाती नाले में बह गईं, जिनमें से एक की मौत…

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पिथौरागढ़ सहयोगी। मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में मंगलवार को स्कूल से लौटते वक्त दो सगी बहनें बरसाती नाले में बह गईं, जिनमें से एक की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना की सूचना पाकर एसडीआरएफ व तहसील प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और घायल हो अस्पताल भिजवाने के साथ ही नाले से शव को बरामद किया। मृतका का पिता बीआरओ में मजदूर हैं|
मुनस्यारी क्षेत्र के सेला गांव की रहने वाली दो सगी बहनें कक्षा 9 की छात्रा 15 र्वाया ललीता और कक्षा 6 में पढ़ने वाली 11 वर्षीय रीता रोज की तरह छुट्टी के बाद राजकीय कन्या इंटर कॉलेज, नामजिला से घर के लिए लौट रहीं थीं। इस बीच बारिश के चलते स्कूल से घर के रास्ते में पड़ने वाला घटगाड़ गधेरा उफान पर था। चूंकि गधेरे में वर्षा 2018 के जून में बनी पुलिया उसी साल बरसात में टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई थी, इसलिए मंगलवार को स्कूल से घर लौटते वक्त दोनों बहनों को उफनाया गधेरा पार करने का जोखिम उठाना पड़ा। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार गधेरा पार करते वक्त छोटी बहन रीता का संतुलन बिगड़ गया और वह तेज बहाव में बह गई, जिस पर बड़ी बहन ललिता उसे बचाने के लिए तेज बहाव में कूद गई। ललिता ने किसी तरह रीता को तो तेज बहाव से किनारे की तरफ पहुंचा दिया, लेकिन खुद तेज बहाव की चपेट में आ गई। इस बीच शोर-शराबा होने पर अन्य बच्चे व आसपास मौजूद लोग मौके पर पहुंचे और नाले में फंसी रीता को बाहर निकाला और ललिता की ढूंढखोज शुरू की। साथ ही सूचना पुलिस को दी। जिस पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर गधेरे में बही ललिता की खोजबीन शुरू की। रेस्क्यू टीम ने ललिता का शव बरामद कर लिया। गंभीर रूप से जख्मी रीता को सीएचसी मुनस्यारी में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल पिथौरागढ़ रेफर किया गया है। साथ ही ललिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।

13 August 19 3

क्षेत्र के बीडीसी मेंबर महिमन सिंह के अनुसार घटगाड़ गधेरे में र्वा 2018 में ही निर्माण के बाद उसी र्वा बरसात में क्षतिग्रस्त हो चुकी सीसी पुलिया के निर्माण के लिए ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी को एक ज्ञापन भेजा, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। उनका कहना है कि इस घटना के बाद क्षेत्रवासियों में अपने बच्चों को इस बरसात के सीजन में गधेरा पार कर स्कूल भेजने में भय व्याप्त हो गया है।