Munsyari: Villagers of Tanga reached to meet the District Magistrate after covering a distance of 115 km
जिला अधिकारी रीना जोशी से Munsyari ब्लॉक के ग्राम पंचायत टांगा के ग्रामीणों ने कहा कि मैडम हम आपदा काल में चार महीने गांव में ही कैद रहते है।ना कोई गांव से बाहर जा सकता है ना ही कोई बाहर से गांव में प्रवेश कर सकता है।
उत्तराखंड में ग्राम पंचायत टांगा पहला गांव है,जहां आपदा के कारण 1100 की आबादी चार महीने क़ैद रहती है।
मुनस्यारी/ पिथौरागढ़, 04 जून 2023- Munsyari के टांगा गांव के ग्रामीण 5 किमी पैदल दूरी तय करने सहित 115 किमी दूर से डीएम पिथौरागढ़ रीना जोशी से मिलने पहुंचे।
ग्रामीणों की आप बीती सुन डीएम भी चौंक गई, जब ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि आपदा काल में वह लोग चार महीने एक प्रकार से क़ैद रहते हैं,कहा कि
पैदल पुलिया सात साल पहले बहा, मोटर पुलिया नहीं बनी यही नहीं आने जाने को इस्तेमाल में लाई जाने वाली गरारी तक ख़राब है।
बीते दिनों जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया तथा टांगा की ग्राम प्रधान सुनीता परिहार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पांच किलोमीटर पैदल चलकर कूल 115 किमी की दूरी तय कर डीएम से मुलाकात की। ग्रामीणों ने जब जिला अधिकारी रीना जोशी से कहा कि मैम हम चार महीने गांव में कैद रहते है।अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि वर्ष 2018 में दो गरारी बनाई गई, जो अब आर पार जाने लायक नहीं है।
पहले Munsyari के प्राथमिक विद्यालय दानीबगड में दो शिक्षक थे। बरसात के समय सेराघाट गाड़ के दोनों साइटों में एक-एक शिक्षक पढ़ाते थे। बच्चों तथा दोनों शिक्षकों का मिलन भी चार महीने के बाद ही होता था।
ग्रामीणों ने बताया कि इस बार तो एक ही शिक्षक है। बरसात के समय एक शिक्षक किस साइट के बच्चों को पढ़ाएगा, यह समस्या बनी हुई है। डीएम ने इस पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए तत्काल मोटर पुलिया निर्माण तथा गरारी की मरम्मत के लिए आपदा मद से प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए लोक निर्माण विभाग डीडीहाट के अधिशासी अभियंता तथा अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग डीडीहाट से फोन पर बातचीत कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने के आदेश दिए। उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को दोनों मामलों में समन्वय स्थापित कर कार्यवाही करने के आदेश दिए। ताकि समस्या का शीघ्र समाधान हो सके।
जिला अधिकारी रीना जोशी से Munsyari ब्लॉक के ग्राम पंचायत टांगा के ग्रामीणों ने कहा कि मैडम हम आपदा काल में चार महीने गांव में ही कैद रहते है।ना कोई गांव से बाहर जा सकता है ना ही कोई बाहर से गांव में प्रवेश कर सकता है।
उत्तराखंड में ग्राम पंचायत टांगा पहला गांव है,जहां आपदा के कारण 1100 की आबादी चार महीने क़ैद रहती है।
चीन सीमा क्षेत्र से लगे विकास खंड मुनस्यारी (Munsyari)के ग्राम पंचायत टांगा में वर्ष 2018 में आईं भीषण आपदा के कारण टांगा को जोड़ने वाला पैदल पुलिया बह गयी थी। पैदल पुलिया बहने के बाद ग्रामीण निर्माण विभाग डीडीहाट ने दो गरारी बनाई। रखरखाव तथा मरम्मत के अभाव में गरारी से बरसात के समय आर पार जाना जानलेवा बन गया है। गरारी से दर्जनों ग्रामीण बहुत बार चोटिल हो गए। मोटर पुलिया का निर्माण लोक निर्माण विभाग डीडीहाट द्वारा सात सालों के बाद भी नहीं किया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि जल जीवन मिशन में गांव के लोदीधुरा तोक को छोड़ दिया गया। वर्ष 2014 से बने लोदी मोटर मार्ग को डामरीकृत करने की भी मांग उठी।
प्रतिनिधि मंडल में जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया, टांगा की ग्राम प्रधान सुनीता परिहार, गोविंद सिंह परिहार, भवान सिंह परिहार, पूर्णिमा देवी मेहता, देवेन्द्र सिंह राणा, दीपक परिहार आदि मौजूद रहे।