अल्मोड़ा के सिकुड़ा बैंड के पास हुआ भूस्खलन, मलबे में दबे चार लोग, प्रशासन व आर्मी ने चलाया रेस्क्यू अभियान पूरी जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर

अल्मोड़ा:- दिन के ठीक बार बजे का समय कंट्रोल रूम में सूचना आई कि फलसीमा सिकुड़ा बैंड के पास जबरदस्त भूस्ख्लन हुआ है मलबे में…

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अल्मोड़ा:- दिन के ठीक बार बजे का समय कंट्रोल रूम में सूचना आई कि फलसीमा सिकुड़ा बैंड के पास जबरदस्त भूस्ख्लन हुआ है मलबे में चार लोग दब चुके हैं, पल भर में शहर का पूरा प्रशासनिक अमला हरतक में आ गया डीएम पल पल की सूचना लेने कंट्रोल रूम पहुंच गए, और आर्मी, पुलिस सहित बचाव दल मौके पर पहुंच गया और कड़ी मशक्कत के बाद सभी चार लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया गया|
आप चौकिंए मत मामला आपदा की तैयारियों को परखने को लेकर किया गया माँक ड्रिल था| जिसे मुस्तैदी से अंजाम दिया गया|
आगामी मानसून काल में प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओ से निपटने व त्वरित कार्यवाही किये जाने को लेकर जिला आपदा प्राधिकरण द्वारा इसींडेन्ट रिस्पांस सिस्टम आईआरएस पर आधारित भूस्खलन का माॅक ड्रिल किया गया। जिलाधिकारी/रिस्पांसिबल आफिसर नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि यह भूस्खलन सिकुड़ा बैण्ड (फलसीमा के नीचे) हुआ। उन्होंने बताया कि भूस्खलन की सूचना प्राप्त होते ही आईआरएस से जुड़े सभी अधिकारी आपदा नियंत्रण केन्द्र में पहुॅच गये थे। वहीं आपदा केन्द्र से वायरलैस के माध्यम से पुलिस लाईन में बने स्टैजिंग एरिया में सभी अधिकारियों को सर्तक किया गया। 
जिलाधिकारी ने बताया कि सिकुड़ा स्थित भूस्खलन वाले स्थान में चार-पाॅच लोगो के मलबे के नीचे दबे होने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना प्राप्त होते ही राहत एवं बचाव के लिए टास्क फोर्स टीमें जिनमें पुलिस, आईटीबीपी, 13 सिख रजिमेंट, होमगार्ड के जवान, चिकित्सा, पशु चिकित्सा आदि की टीमें घटना स्थल के लिए रवाना हुई। घटना स्थल पर पहुॅचकर तत्काल राहत व बचाव कार्य प्रारम्भ किया गया। इस भूस्खलन में 4 लोग घायल अवस्था में मिले और कुछ मवेशी भी इस दौरान दबे हुए पाये गये। टास्क फोर्स की टीमों द्वारा सभी लोगो को सुरक्षित निकाल लिया गया था। जिसमें 3 घायल व्यक्तियों को उपचार हेतु बेस चिकित्सालय व 1 गम्भीर घायल को हायर सेन्टर रेफर किया गया। इस दौरान भूस्खलन से 20 परिवार प्रभावित हुए। भूस्खलन में 7 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त एवं 3 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुए। 
जिलाधिकारी ने बताया कि इस माॅक ड्रिल में अधिकारियों को जो जिम्मेदारिया सौंपी गयी थी। उनका निर्वहन पूर्ण तत्परता के साथ किया गया। उन्होंने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य में सभी विभागों द्वारा अपना पूर्ण योगदान दिया गया है। इसके पश्चात् कलैक्ट्रेट स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष में जिलाधिकारी ने समस्त नामित अधिकारियों को माॅक ड्रिल के दौरान हुई कमियों के बारे में बताया और कहा कि जो कमिया रह गयी है उन्हें ठीक कर लिया जाय। इस माॅक ड्रिल में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा, अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल, प्रशिक्षु आईएएस विशाल मिश्रा, 13 सिख के मेजर वीरेन्द्र सिंह, उप जिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा.विनीता शाह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी वंश बहादुर यादव, एसएसबी के गिरीश चन्द्र, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, एआरटीओ आलोक जोशी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. योगेश पुरोहित, डा. सविता हंयाकी, अधीक्षण अभियन्ता जल संस्थान केएस खाती के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी व आईआरएस से जुड़े अधिकारी उपस्थि
त थे।

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