पौड़ी – 14 अक्टूबर 2021
पौड़ी। यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि संस्कृति विभाग उत्तराखंड के लोक कलाकारों को चयनित कर उनको पहचान पत्र जारी करेगा। यह पहचान पत्र लोक कलाकारों को सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाने में कारगर सिद्ध होगा।
देवभूमि उत्तराखंड के प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर पौड़ी गढ़वाल-अल्मोड़ा के नवनिर्मित मंदिर के उद्घाटन एवं मूर्ति स्थापना के अवसर पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने लोक कलाकारों के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणायें भी की।
संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के लोक कलाकारों को संस्कृति विभाग द्वारा एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा। इस पहचान पत्र में कलाकार का आधार नंबर, आय एवं अन्य सभी प्रकार के विवरण उपलब्ध होंगे। यह पहचान पत्र सभी कलाकारों को हर प्रकार की सुविधाएं दिलाने में उपयोगी होगा।
उन्होंने घोषणा की कि कलाकारों की पहचान ग्राम सभा, ब्लाक एवं नगरपालिका स्तर से होगी, ऐसा करने से जमीनी व पारंपरिक कलाओं से जुड़े वास्तविक कलाकारों की सही पहचान हो पाएगी। कलाकारों को उनकी श्रेणी और कला के अनुसार श्रेणीबद्ध किया जाएगा।
महाराज ने कहा कि पहचान पत्र के आधार पर संस्कृति विभाग उत्तराखंड द्वारा चयनित कलाकारों का जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा एवं दुर्घटना बीमा भी करायेगा। उन्होंने घोषणा की कि 45 वर्ष से अधिक आयु के मूर्धन्य चयनित कलाकारों के माध्यम से उनके निकटवर्ती पंचायत घरों, सामुदायिक भवनों अथवा मिलन केंद्रों में सांस्कृतिक कार्यशालायें संचालित कराई जाएंगी, जिससे कि उनके लिए नियमित आर्थिकी की व्यवस्था हो सके।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि संस्कृति विभाग द्वारा निर्माणाधीन प्रेक्षागृहों को सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे खराब मौसम आदि में भी कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।