वैज्ञानिकों ने एक ऐसा हेलमेट बनाया है जो व्यक्ति के मन में चल रहे ख्यालों को पढ़कर उसे लिखित भाषा में अभिव्यक्त कर सकता है। वैज्ञानिकों ने दिमाग पढ़ने वाला हेमलेट बनाया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी सिडनी के ग्राफनेक्स यूटीएस ह्यूमन सेंट्रिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर के शोधकर्ताओं ने एक पोर्टेबल हेलमेट डिजाइन किया है जो इंसान के दिमाग में चल रहें ख्यालों के पढ़ कर लिख सकता है।
यह दुनिया का पहला हेलमेट है। यह उन लोगों के लिए बेहतर है जो लोग अंदर से बीमार है और किसी को कुछ बता नही सकतें। जैसे कि लकवा या स्ट्रोक के मरीज जो किसी से बात नहीं कर सकतें यह हेलमेट उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है। इस हेलमेट के प्रयोग के दौरान हेलमेट को प्रतिभागियों ने अपने सिर पर रखा और किताब से कुछ पढ़ने लगें।
इस हेलमेट में इलेक्ट्रोएंसेफलोग्राम लगा होता है। जो की खोपड़ी के माध्यम से दिमाग में चल रही गतिविधियों को पकड़ लेता। इसमें एक ऐसा सेंसर लगा है जैसे ही कोई व्यक्ति कुछ भी सोचना शुरू करे तो यह सेंसर उसको पकड़ लेता है। जिससे पता चल जाता है की सामने वाले के दिमाग में क्या चल रहा है।
शोध प्रमुख सीटी लिन के अनुसार इस शोध से पता चलता है कि उन्होंने ईईजी तरंगों को सीधे भाषा में बदलने का अपनी तरह पहला काम किया है। इससे क्षेत्र में क्रांति आएगी , न्यूरो साइंस के नए आयाम खुलेंगे। जिसमें 29 लोगो के शामिल होने की बात कही जा रही है , जिसमें से 40 फीसदी रिजल्ट में शोधकर्ता सफल रहे।