Bulandshahar Latest News: बुलंदशहर की आनंदा डेयरी इसके बाद विवादों में घिर गई है। रायबरेली की प्रयोगशाला में इसकी जांच हुई जिसमें एक बार फिर से आनंद डेयरी के दूध और पनीर के नमूने फेल हो गए।
इस मामले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) ने कोर्ट में आनंदा डेयरी के संचालक पर जुर्माना लगाने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए रिपोर्ट दाखिल की है। इससे पहले भी आनंदा डेयरी का दूध, पनीर आदि का नमूना फेल होने के बाद प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की गई है।
इस संबंध में खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग ने पूरे प्रदेश के समस्त मंडलीय सहायक आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन को पत्र बेचकर दूध उत्पादन के फेल होने की स्थिति से अवगत कराया था और जुर्माना लगाने का भी निर्देश दिया था जबकि लोग अभी आनंदा डेरी पर भरोसा कर रहे हैं।
हैरानी की बात यह है कि डेयरी उत्पाद के नमूनों की जांच में यह तथ्य भी पाया गया है कि फैट, एसएनएफ और यूरिया की मात्रा भी तय मानकों से कम है, जिससे आम लोग खासतौर पर वृद्ध, मरीज और बच्चे को उतना पोषण नहीं मिल पाता, जितना कम्पनी के पैकेट पर अंकित किया गया है।जबकि प्रोटीन भी पैकेट पर लिखे मात्रा से काफी कम है जोकि स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक है चूंकि मामला काफी बढ़ा है, इसलिए शासन स्तर से इसकी निगरानी हो रही है।
दूध और पनीर के नमूने जांच के लिए लैब को भेजे गए हैं, जल्द ही रिपोर्ट आ जायेगी।इसके बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी। जबकि अन्य कई जिलों से लिए गए सैंपल लेब पर भेजे गए थे उनके नमूने फेल हुए हैं। फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है जांच रिपोर्ट के बाद दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
आनंदा डेयरी के प्रतिनिधि हरीश मित्तल का कहना है कि कंपनी के दूध और पनीर की जांच हुई थी। कंपनी के उत्पादों के समय-समय पर जांच होती रहती है। अभी रिपोर्ट नहीं आई है जबकि हमारी कंपनी सभी मानकों के अनुरूप प्रोडक्ट को तैयार करती है और किसी भी तरीके से इसमें कोई कमी नहीं है।