Message of saving forests given through puppets
अल्मोड़ा, 07 फरवरी 2024-उत्तराखण्ड के वनों को आग से बचाने के लिए द हंस फाउंडेशन द्वारा वृहद्व स्तर पर जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कराया जा रहा है। फाउंडेशन द्वारा संचालित इस परियोजना में वनाग्नि रोकथाम हेतु जन सहभागिता को बढ़ाने के लिए कार्य किया जा रहा है।
विगत वर्ष से उत्तराखण्ड में सर्दियों में भी वनाग्नि की घटनायें हो रही है, जिसे लेकर वन विभाग द्वारा हाल में ही अलर्ट जारी किया गया है और इस साल फायर सीजन को एक महीना पहले ही लागू कर दिया गया है। इसी क्रम में द हंस फाउंडेशन द्वारा वनो को आग से बचाने हेतु एक अनोखी पहल शुरु की है।
इसके अंतर्गत ताकुला ब्लॉक के अनुप सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बसौली, सरस्वती सर्व शिक्षा मिशन स्कूल, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भेटुली , राजकीय प्राथमिक विद्यालय भेटुली स्कूलों मे प्रसिद्ध पपेटीयर राम लाल भट्ट तथा उनकी टीम द्वारा कठपुथलियों के माध्यम से वनो मे लगने वाली आग के कारणों ओर उसके रोकथाम तथा मानव एवं वन्यजीव संघर्ष को कम करने हेतु छात्रों एवं ग्रामीणों को जागरूक किया गया तथा यह संदेश दिया कि वन हमारी बहुमूल्य संपदा है, इनका संरक्षण हमें करना चाहिए तथा वनाग्नि से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में हमें अन्य लोगो को भी बताना चाहिए।
स्कूल के प्रधानाचार्य, अध्यापकगण, ग्रामीणों तथा वन विभाग द्वारा द हंस फाउंडेशन के द्वारा उत्तराखण्ड के वनों को बचाने के लिए किये जा रहे कार्यो की सराहना की तथा कहा कि पर्यावरण संरक्षण हेतु सभी को जागरूक होने तथा प्रयास करने की आवश्यक्ता है।
वन हर प्रकार से मानव जीवन को संरक्षित करता है। वनों से हमें लकड़ी प्राप्त होती हैं। जिससे हम अपने घर बनाने में या जलावन के रूप में उपयोग कर सकते हैं। साथ ही वर्षा लाने, बाढ़ रोकने, वातावरण को शुद्ध करने, ऑक्सीजन उपलब्ध कराने, आदि में वन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम में संस्था के परियोजना समन्वयक रजनीश रावत, ब्लॉक समन्वयक अनीता कनवाल मोटीवेटर अशोक भोज, सुशील कांडपाल और वन विभाग के गणनाथ रेंज से वन बीट अधिकारी मनोज कांडपाल , गोपाल सिंह , प्रधानाचार्या दिनेश कांडपाल, आशा भकुनी,नूतन जंगपांगी,अंजू मेहरा, ग्राम प्रधान महेश कुमार,पूर्व सरपंच दिवान सिंह, सुरेश राम उपस्थित थे