महिला को देहरादून से रेफर किया गया था.
हाई रिस्क केस होने की वजह से महिला को दून अस्पताल से एम्स ऋषिकेश में रेफर किया गया था़ गाइनी विभाग की डाक्टरों के मुताबिक महिला का हिमोग्लाेबिन काफी कम था, अन्य जटिलताएं भी थी. ऐसी स्थिति में डिलीवरी में नवजात शिशु को आईसीयू सहित उच्च स्तरीय सुविधाओं की आवश्यकता पड़ सकती थी.