महाकुंभ 2025: शाही स्नान के दौरान तीन श्रद्धालुओं की मौत, ठंड और भीड़ से 3,000 से अधिक लोग बीमार

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी से हो चुका है। करोड़ों श्रद्धालु इस पावन आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं,…

Maha Kumbh 2025: Three devotees died during royal bath,

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी से हो चुका है। करोड़ों श्रद्धालु इस पावन आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन भीषण ठंड और भीड़ के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ गई हैं। सोमवार को पहले शाही स्नान के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 3,000 से अधिक श्रद्धालु बीमार हो गए।

त्रिवेणी संगम पर स्नान के दौरान तीन श्रद्धालुओं की मौत

शाही स्नान के दौरान तीन लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें एक राजनेता भी शामिल थे।

  1. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के नेता महेश कोठे (60 वर्ष) – सोलापुर, महाराष्ट्र के पूर्व महापौर महेश कोठे की संगम में स्नान के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उन्हें तुरंत उप केंद्रीय अस्पताल झूंसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
  2. सुदर्शन सिंह पंवार (राजस्थान, कोटा) – स्नान के बाद अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
  3. अर्जुन गिरी (85 वर्ष) – हार्ट अटैक आने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

तीन हजार से अधिक श्रद्धालु बीमार, कई की हालत गंभीर

महाकुंभ मेले के दौरान भीषण ठंड, भीड़ और शारीरिक थकान के कारण हजारों श्रद्धालु बीमार हो गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कौशिक के अनुसार:

3,000 से अधिक लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे।

262 मरीजों को भर्ती किया गया, जिनमें से 37 की हालत गंभीर होने पर उन्हें एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया।

650 मरीजों की गहन जांच की गई।

रात 8 बजे तक केंद्रीय अस्पताल में 20 मरीज भर्ती थे, जिनमें से कुछ श्रद्धालु थे और कुछ अग्निशमन विभाग के कर्मचारी थे।

पूरे दिन एंबुलेंस की आवाजाही जारी रही, ताकि बीमार लोगों को तुरंत इलाज मिल सके।

झूठी खबरों पर पुलिस की कार्रवाई

महाकुंभ मेले के दौरान 11 भक्तों की मौत की झूठी खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जांच के बाद पुलिस ने इसे अफवाह करार दिया और फर्जी खबर फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। सोशल मीडिया पर गुमराह करने वाले पोस्ट हटाए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं में भय का माहौल न बने।

Leave a Reply