नवरात्र में नौवें दिवस मां सिद्धिदात्री की पूजा का प्रावधान है।
जय सिद्धिदात्री तू सिद्धि की दाता,
तू भक्तो की रक्षक तू दासो की माता ।
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि,
तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि ।
कठिन काम सिद्ध कराती हो तुम ,
जभी हाथ सेवक के सर धरती हो तुम ।
तेरी पूजा मैं तो न कोई विधि है ,
तू जगदम्बें दाती तू सर्वसिद्धि है ।
रविवार को तेरा सुमरिन करे जो ,
तेरी मूर्ति को ही मन मैं धरे जो ।
तू सब काज उसके कराती हो पूरे ,
कभी काम उस के रहे न अधूरे ।
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया ,
रखे जिसके सर पैर मैया अपनी छाया ।
सर्व सिद्धि दाती वो है भागयशाली ,
जो है तेरे दर का ही अम्बें सवाली ।
हिमाचल है पर्वत जहाँ वास तेरा ,
महा नंदा मंदिर मैं है वास तेरा ।
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता ,
वंदना है सवाली तू जिसकी दाता । जय माता दी।