चुनाव की भूमिका लोकतंत्र में अहम होती है। लोग जितना अपने मत का प्रयोग करेंगे जितने वाला उम्मीदवार उतना ही योग्य माना जाता है। लेकिन अब मत का प्रतिशत घटता ही जा रहा है।
बात सिर्फ इस वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की नहीं हो रही बल्कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मतदान का प्रतिशत गिर चुका था। इस बार घटते मत प्रतिशत ने रफ्तार पकड़ ली है।
बता दें कि देहरादून जिले में वर्ष 2014 के चुनाव के मुकाबले वर्ष 2019 के चुनाव में मत 1.35 प्रतिशत मत कम पड़े, तो वही वर्ष 2024 में यह घटकर 5.37 प्रतिशत पर पहुंच गई।
इस वर्ष मतदान का लक्ष्य 75 प्रतिशत रखा था। इसी के अनुरूप जिला प्रशासन ने मतदाता जागरूकता के सभी माध्यम पर तेजी से काम किया। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए वर्ष 2019 के मुकाबले स्वीप की टीमें कहीं अधिक सक्रिय नजर आई। बावजूद इसके भी मतदान प्रतिशत कम रहा। जबकि वर्तमान समय में प्रचार प्रसार के माध्यम भी बढ़ चुके है। लोग डिजिटल प्रचार करते है, covid के बाद से सोशल ऑनलाइन मीडिया का दायरा बढ़ गया बावजूद इसके भी मतदाता वोटिग से दूर रहें।