लोहाघाट नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव : भाजपा में रार तो कांग्रेस असमंजस में

लता वर्मा भी दे चुकी हैं भाजपा से इस्तीफा भाजपा की घोषणा के साथ ही अध्यक्ष पद के लिए आधा दर्जन नाम आ रहे सामने…

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लता वर्मा भी दे चुकी हैं भाजपा से इस्तीफा

भाजपा की घोषणा के साथ ही अध्यक्ष पद के लिए आधा दर्जन नाम आ रहे सामने

नकुल पंत

लोहाघाट। काली कुमाऊं स्थित लोहाघाट नगर पंचायत के लिए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में आधा दर्जन से ज्यादा नाम सामने आने से इस पद पर हो रहे चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं की जिज्ञासा बढ़ती जा रही है। एक ही पार्टी के तीन तीन दावेदारों की ओर से दावेदारी पेश होने के चलते किसी भी दल को यहां जीतने के लिए नाकों चने चबाने पड़ सकते हैं।
बताते चलें उत्तराखंड में निकाय चुनाव का बिगुल बजने से काफी पहले से लोहाघाट की सियासत में गरमाहट आ गई थी। इसके परिणामस्वरूप यहां पर नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए घमासान मचा हुआ है। अब तक इस पद के लिए अनेक दावेदारों की ओर से अपनी-अपनी दावेदारी पेश की जा चुकी है। निवर्तमान अध्यक्ष लता वर्मा, दीपक ओली, रेनू गड़कोटी, भूपाल सिंह मेहता, ओंकार सिंह धौनी, संत स्वामी मोहन तीर्थ, विपिन गोर्खा, विपिन पुनेठा, राजू गड़कोटी, विवेक ओली, हयात सिंह आदि नाम प्रमुख रूप से चर्चा में थे। इसमें से अंत तक आधा दर्जन से ज्यादा उम्मीदवारों की ओर से काली कुमाऊं की लोहाघाट सीट पर अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल किये जाने की खबर है।
इधर भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद लता वर्मा के पति गोविंद वर्मा इस दौड़ में निर्दलीय रूप से शामिल हो गये हैं। इस सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से दीपक ओली को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद यह चुनाव और रोचक बन गया है। उधर कांग्रेस की ओर से सामने आ रहे दो नामों में से एक प्रत्याशी पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष भूपाल सिंह मेहता की ओर से निर्दलीय रूप से मैदान में उतरने से पार्टी सिंबल के लिए पूर्व जिलाध्यक्ष यूथ कांग्रेस ओंकार सिंह धौनी के नाम की घोषणा की संभावना बन रही थी। 
लेकिन कांग्रेस की ओर से इस सीट को खाली छोड़ दिये जाने के बाद अब यह मुकाबला भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच होकर रह गया है। निर्दलीय रूप से चुनावी मैदान में उतरे स्वामी मोहन तीर्थ और हयात सिंह का कहना है कि वह इस पद के लिए अपनी दावेदारी सबसे पहले पेश कर चुके हैं। चुनावी विश्लेशकों की मानें तो इस पहले इस सीट पर भाजपा-कांग्रेस-निर्दलीय त्रिकोणीय रूप से रोचक मुकाबले के आसार थे। जिसमें भाजपा की बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी को मिलना तय था। लेकिन बदली परिस्थितियों में अब चुनावी परिदृश्य अलग ही नजर आ रहा है।
कांग्रेस के ओंकार सिंह धौनी ने लोहाघाट नगर पंचायत के चुनावों में कांग्रेस पार्टी द्वारा किसी को भी टिकट नहीं देने को कार्यकर्ताओं का अपमान बताया। एवम पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। तथा निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल किया ।

इन समस्याओं पर तो ध्यान दी​जिये नेता जी 

पिछले तीन दशक से लोहाघाट नगर की जनसंख्या बढ़ने के साथ ही यहां पर संसाधनों की कमी होती रही। पेयजल की किल्लत, अनियंत्रित टै्फिक संचालन, सीवर लाइन की कमी, लोहावती नदी में प्रदूषण आदि प्रमुख समस्याआें से दो चार होना पड़ रहा है। नगर निवासियों का कहना है कि ऐसे व्यक्ति को नगर की कमान संभालने के लिए आगे आने की आवश्यकता है जो नगर वासियों की इन प्रमुख समस्याआें का निराकरण कर सके।