अल्मोड़ा:- उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा व अनुसंधान केंद्र (यूसर्क)तथा स्याही देवी विकास समिति के की ओर से रैंगल में हुई कोसी पुनर्जनन अभियान कार्यशाला में वक्ताओं ने पर्यावरण व जल संरक्षण में महिलाओं की भूमिका की सराहना की|
‘कोसी पुर्नजनन अभियान में महिलाओं की भूमिका’ पर जीआइसी रैगल सभागार में गोष्ठी में पालिकाअध्यक्ष अल्मोड़ा प्रकाश जोशी, पूर्व विधायक अल्मोड़ा मनोज तिवारी व बीडीओ हवालबाग पंकज काडपाल ने इक्षेत्र में मातृशक्ति व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना की |
स्याहीदेवी विकास समिति के सलाहकार गजेंद्र कुमार पाठक ने कोसी पुनर्जनन अभियान में महिलाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने वनों में मानव की निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से बनाए गये वीएलस्याही लौह हल की पूरी विकास यात्रा की जानकारी भी दी और कहा कि कृषि उपकरण व अन्य जरूरतों के लिए लोगों की सीधे वनों पर निर्भरता को कम करना होगा|
बीडीओ पंकज काडपाल ने अभियान के तहत रोपे गए पौधों को बचाने व महिला मंगल दलों को कैंपा योजना के तहत धनराशि देने पर जोर दिया। इस मौके पर पालिका अध्यक्ष प्रकाश जोशी ने अभियान में महिलाओं की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण बताया। जबकि पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए जन सहभागिता जरूरी है। संचालन हरीश बिष्ट ने किया। कार्यक्रम के दौरान रैगल की माया देवी, मंजू काडपाल, सुनीता देवी, कुमान की भागूली देवी तथा डोबा गाव की तुलसी देवी को वीएल स्याही हल बांटे गए।
इस मौके पर स्याही देवी विकास समिति संयोजक गिरीश शर्मा, बहुद्दे्शीय स्वायत्तता सहकारिता अध्यक्ष डीएस बोरा, पूरन नेगी, महेंद्र नेगी, विपिन गुरुरानी, राधा पाठक, बच्ची राम, मोहन चौहान, पूरन सिंह बिष्ट, नंदन सिंह बिष्ट, भीम सिंह, चनी राम गोपाल सिंह आदि मौजूद थे|