पिथौरागढ़, 2 अप्रैल 2020
कोरोना संकट के चलते लॉक डाउन (Lock down) के बीच जहां आम इंसान परेशानी झेल रहा है, वहीं लावारिस छोड़े जाने वाले पशुओं को भी पेट भरना मुश्किल हो रहा है. बड़ी संख्या में लावारिस छोड़े जाने वाले ऐसे पशु अधिकांश शहरों में होटलों-दुकानों से फेंकी जाने वाली खाद्य सामग्री पर ज्यादा निर्भर हो गए हैं और शहरों में उनके लिए कोई चारागाह भी नहीं बचे हैं. अब लॉक डाउन (Lock down) के बीच पशुपालन विभाग अपना दायित्व निभा रहा है.
पशुपालन विभाग की ओर से पिथौरागढ़ शहर में घुमन्तू गायों को जई व सूखी घास खिलाई जा रही है. इस कार्य में ग्राम रियांसी की मातृशक्ति अपने खेतों से प्रचुर मात्रा में जई देकर सराहनीय योगदान दिया है.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विद्यासागर कापड़ी ने बताया कि जिले में विभाग ने पशुपालकों को निशुल्क जई बीज प्रर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया था, जिसका उत्पादन भी अच्छा रहा है. इसी उत्पादित जई में से ग्राम रियांसी की मातृशक्ति ने स्वयं काटकर विभागीय वाहन में भरकर इसे उपलब्ध कराया गया. जिससे लगभग 80 पशुओं को पर्याप्त चारा उपलब्ध कराया गया. (Lock down)
पशु चिकित्साधिकारी मूनाकोट डॉ. लाल सिंह सामन्त ने इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही चारा वितरण में डॉ. कापड़ी, पशु चिकित्सा अधिकारी सदर डॉ. मनोज जोशी, मदन सिंह ने योगदान दिया. डॉ कापड़ी ने बताया कि यह व्यवस्था नियमित जारी रखते हुए जिले के अन्य क्षेत्रों में भी की जाएगी. (Lock down)