लाँक डाउन(lock down) के दौरान अपनी परेशानी भूल समाज सेवा में जुट गया अल्मोड़ा का युवक नीरज चौसाली

लाँक डाउन(lock down) के दौरान अपनी परेशानी भूल समाज सेवा में जुट गया अल्मोड़ा का युवक नीरज चौसाली

अल्मोड़ा: 15 अप्रैल- लाँक डाउन(lock down) के दौरान दो दिन तक भूखा रहने वाले अल्मोड़ा के युवक ने ना केवल खुद को संभाला बल्कि समाज सेवा में रमते हुए गरीब व जरूरतमंदों की सेवा में जुट गया|

यह युवक है अल्मोड़ा के जाखनदेवी निवासी नीरज चौसाली| नीरज के पिता राजेन्द्र चौसाली अल्मोड़ा में आबकारी विभाग में कार्यरत हैं|

नीरज ने अल्मोड़ा में स्थित उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय से एचएम को कोर्स किया जिसके बाद नीरज का राजस्थान के एक होटल में प्लेसमेंट हो गया था|

लाँक डाउन के दौरान नीरज राजस्थान में ही था, लेकिन लाँक डाउन के चलते नीरज की नौकरी छूट गई वह राजस्थान में फंस गया, व्यवस्था नहीं होने के कारण उसके सामने भूखा रहने की नौबत आ गई , यही नहीं वह दो दिन तक भूखा ही रहा|

इस बीच उसने अपने पिता राजेन्द्र चौसाली से वार्ता की और पिता ने हिम्मत रखने की जो सीख दी उससे नीरज को एक नई दिशा मिली|


इसके बाद नीरज ने खुद की परवाह करने की बजाय जरूरतमंदो की सेवा की ठान ली और सामाजिक संगठनों की मदद और उनसे जुड़ कर सामाजसेवा करने की ठान ली और अब वह लगातार भूखों को भोजन कराने के काम में जुट गए हैं| और उन्होंने अपने पिता से भी अब निश्चित रहने को कह दिया है|


देवभूमि के लाल नीरज की इस सेवाभाव की सभी सराहना कर रहे हैं|