आंगन में बंधी बकरी पर झपटा गुलदार,लोगों में दहशत

पिथौरागढ। जिला मुख्यालय के निकट तड़ीगांव, मड़खडायत, भूनीगांव व घुंसेरागांव में गुलदार का आतंक एक बार फिर बढ़ गया है। शनिवार दोपहर को भूनी गांव…

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पिथौरागढ। जिला मुख्यालय के निकट तड़ीगांव, मड़खडायत, भूनीगांव व घुंसेरागांव में गुलदार का आतंक एक बार फिर बढ़ गया है। शनिवार दोपहर को भूनी गांव में सोनू पुनेड़ा के आंगन में बंधी एक बकरी को गुलदार ने निवाला बनाने की कोशिश की।

ग्रामीणों के शोर मचाने पर गुलदार बकरी को घायल छोड़कर भाग गया। बकरी के गर्दन में घाव हैं। बीते रोज घुनसेरागांव में भी गुलदार एक बकरी को निशाना बना चुका है।

भीमताल के दुदली गांव में पिंजरे में कैद हुआ गुलदार


इससे पूर्व कफल्याड़ी में भगवान राम की बकरी को गुलदार निवाला बना चुका है, जबकि स्थानीय निवासी गोविंद बल्लभ पुनेड़ा को गुलदार ने दो अलग-अलग घटनाओं में हमला कर घायल कर दिया था। ग्रामीण रमेश जोशी को भी गुलदार घायल कर चुका है।

वन क्षेत्राधिकारी पूरन सिंह देऊपा का कहना है कि जब तक गुलदार आदमखोर घोषित नहीं हो जाता तब तक उसे पकड़ना गैरकानूनी है। इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र प्रकाश पुनेड़ा ने कहा कि पूरे क्षेत्र में गुलदार के आतंक के कारण लोगों में दहशत व्याप्त है।

चंद्र प्रकाश पुनेड़ा ने कहा कि गुलदार की दहशत के चलते बच्चों और महिलाओं का घर से बाहर और खेतों में निकलना मुश्किल हो गया है। गुलदार के हमले में घायल हो चुके गोविंद बल्लभ पुनेड़ा और रमेश जोशी को अब तक मुआवज़ा नहीं दिया गया है। उन्होंने वन विभाग की लचर कार्यप्रणाली पर आक्रोश व्यक्त करते हुए गुलदार को शीघ्र पकड़ने की मांग की है।