Leopard killed woman in Pithoragarh
पिथौरागढ़, 15 अक्टूबर 2020- जिला मुख्यालय के नजदीक ग्राम पपदेव में गुलदार ने एक महिला को मार डाला| घटना बुधवार शाम की है|
महिला जंगल में घास काट रही थी और इस दौरान वह अन्य महिलाओं से कुछ अलग थलग थी। इस घटना से एक बार फिर जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्र में गुलदार का खौफ छा गया है, जबकि दो इंसानों की जान लेने के बाद एक खतरनाक गुलदार को ढेर किए हुए अभी पखवाड़ा भी नहीं बीता है।
पिथौरागढ़ वन प्रभाग के रेंजर दिनेश जोशी ने बताया कि बुधवार शाम ग्राम पपदेव निवासी बसंती देवी उम्र 40 वर्ष पत्नी धनीराम पास के जंगल में घास काट रही थी। चंडाक रोड पर जेल बैंड से नीचे की तरफ लगे इलाके में शाम करीब 4:30 बजे घास काट रही बसंती देवी पर गुलदार ने हमला कर दिया और उसे घसीट कर ले गया। इस दौरान बसंती की चीख-पुकार सुनकर करीब 300 मीटर दूरी पर स्थित गांव के लोग मौके की तरफ दौड़े, जिसके बाद बसंती की ढूंढखोज कर उसे जिला अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई और सूचना वन विभाग को भी दी गई, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर बसंती देवी को मृत घोषित कर दिया गया। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र बोहरा वह अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिजनों को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया। मृतका बसंती अपने पीछे 3 बच्चों को रोता बिलखता छोड़ गई है। बताया जा रहा है कि पिछले साल पपदेव की जो महिला चंडाक क्षेत्र में गुलदार के हमले में मारी गई थी, वह मृतका बसंती देवी की देवरानी थी।
इधर गुलदार द्वारा फिर एक इंसान की जान लेने की घटना से इलाके में एक बार फिर गुलदार का खौफ व्याप्त हो गया है। लोगों ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने की 21 से 28 सितंबर के बीच चंडाक से लगे इलाकों में ही गुलदार ने एक बच्ची सहित 2 लोगों की जान ले ली थी, जबकि एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इसके बाद गुलदार को खतरनाक घोषित कर शिकारी तैनात कर दिए गए और 30 सितंबर को चंडाक से लगे पौण इलाके में एक गुलदार को ढेर कर दिया गया था। वहीं 4 अक्टूबर को चंडाक क्षेत्र में ही एक अन्य गुलदार वन विभाग के पिंजरे में फंस गया था। इसके बाद लोगों ने कुछ राहत महसूस की थी, लेकिन एक पखवाड़े के भीतर ही बुधवार को गुलदार ने एक और इंसान की जान ले ली। रेंजर जोशी एक आदमखोर को ढेर किए जाने के बाद फिर हुए इस जानलेवा हमले को लेकर चिंतित अंदाज में कहते हैं कि इलाके में कितने गुलदार हैं और उनमें से कितने खतरनाक हो गए हैं, यह ठीक से समझ नहीं आ रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग की टीम क्षेत्र में पिंजरा लगा रही है।