leopard hunted 8-year-old innocent
टिहरी, 04 अगस्त 2020 पहाड़ में मानव—वन्यजीव संघर्ष बढ़ते जा रहा है. गुलदार (leopard) न केवल दिनदहाड़े रिहायशी इलाकों में घूमते नजर आ रहा है बल्कि कई लोगों को मौत के घाट उतार चुका है.
एक ऐसी ही दर्दनाक घटना उत्तराखंड के टिहरी जिले से सामने आ रही है. जहां रक्षाबंधन त्योहार के दिन एक 8 साल की मासूम को गुलदार(leopard) ने मौत के घाट उतार दिया. इस दर्दनाक हादसे से परिजनों में कोहराम है.
घटना सोमवार देर शाम की है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लाक के देवल गांव निवासी प्रकाश नौटियाल की 8 वर्षीय पुत्री पूजा देर शाम आस पड़ोस के बच्चों के साथ खेल कर घर को लौट रही थी.
रास्ते में घात लगाए बैठे गुलदार(leopard) ने पूजा पर अटैक दिया.
काफी देर बाद भी बच्ची के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने पड़ोस के घरों में पता किया तो पूजा नहीं मिली. परिजनों व ग्रामीणों ने पूजा की खोजबनी शुरू की तो गांव के पास ही उसका क्षतविक्षत शव बरामद हुआ.
गुलदार (leopard) के हमले से गांव में हड़कंप मचा हुआ है. रक्षाबंधन के दिन इस दर्दनाक घटना से गांव में मातम पसर गया. बेटी की मौत से माता—पिता का रो—रोकर बुरा हाल है.
बताते चले कि उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों में गुलदार(leopard) आतंक के पर्याय बने हुए है. अलग—अलग जिलों में अब तक गुलदार कई मासूमों व व्यक्तियों को मौत के घाट उतार चुके है.
मानव—वन्य जीव संघर्ष वर्तमान में एक चुनौती बनते जा रहा है. सवाल यह है कि आखिर कब तक मानव—वन्यजीव संघर्ष में इसी तरह लोगों की जान जाती रहेगी. नीति नियंता कब तक इस ओर आंखे बंद किए रहेंगे.
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