जोशीमठ तथा बनबसा जाएंगे, एससी,एसटी ओबीसी त्रिस्तरीयपंचायत संगठन के नेता

Leaders of SC, ST and OBC three-tier Panchayat Organization will go to Joshimath and Banbasa कहा,जोशीमठ की घटना शर्मनाक। दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर सरकार…

Leaders of SC, ST and OBC three-tier Panchayat Organization

Leaders of SC, ST and OBC three-tier Panchayat Organization will go to Joshimath and Banbasa

कहा,जोशीमठ की घटना शर्मनाक। दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर सरकार जारी करे श्वेत पत्र

पिथौरागढ़,20 जुलाई 2024— उत्तराखंड एसटी.एससी.ओबीसी त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने जोशीमठ के सुभाई गांव में ढ़ोल बजाने को लेकर हुए दलित युवक के उत्पीड़न की घटना की कठोर शब्दों में इसकी निंदा की।


संगठन के संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल आंदोलन में जाकर इस मांग को लेकर आंदोलित जोशीमठ के न्याय पसंद जनता के आंदोलन का समर्थन के लिए करेगा।
मर्तोलिया ने बताया कि हमारा संगठन जोशीमठ में हुए उत्पीड़न तथा अपमान की घटना शर्मनाक है।
उन्होनें कहा कि आजादी के अमृत काल में इस तरह की घटना ने हमें दुनियां के सामने शर्मसार कर दिया है।

उन्होंने कहा कि घटना के बाद हुई महापंचायत ने 5 दिन का समय दिया है। जिला प्रशासन को इस समय सीमा के भीतर अपेक्षित कार्यवाही कर लेनी चाहिए। अगर जनता की मांग नहीं मानी गई तो अनुसूचित जाति एवं जनजाति संघर्ष समिति के आंदोलन में भाग लेने के लिए संगठन के नेता जोशीमठ जाएंगे।
उन्होंने जिला प्रशासन से टकराव की स्थिति रोकने के लिए आंदोलित संगठन के नेताओं से बातचीत करने की सलाह दी गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दलित उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने में नाकाम सिद्ध हो रही है।


कहा कि चंपावत विकासखंड के अंतर्गत जनजाति की महिला ग्राम प्रधान के गले में जूते की माला डाली गई है।इस पर सरकार ने कोई सम्मानजनक कानूनी कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने इस अति गंभीर मामले को लगभग दबा सा दिया है।पिथौरागढ़ जनपद की भट्क्यूडा ग्राम के दो दलित युवकों को जाति सूचक शब्द बोलते हुए उनकी पिटाई की गई है।
उन्होंने कहा सराकार ने पहली घटना पर कठोर कार्रवाई की होती तो आज तीसरी घटना नहीं घटती।


उन्होंने कहा कि सरकार इन घटनाओं को रोकने की जगह आरोपियों को बचाने का कार्य कर रही है।
सरकार का यह चरित्र राज्य के भाईचारा तथा कानून व्यवस्था के लिए अच्छे संकेत नहीं है।
उन्होंने बताया कि संगठन का प्रतिनिधि मंडल बनबसा तथा जोशीमठ जाकर पीड़ित पक्ष से बातचीत करने के साथ-साथ आंदोलन में भी भाग लेगा।


कहा कि प्रदेश में दलित उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है। सरकार उसे रोकने के लिए कोई कार्य नहीं कर रही है। कहा कि संगठन की राज्य स्तरीय ऑनलाइन बैठक शनिवार को आयोजित की जा रही है। दोनों स्थानों में जाने की तिथि इस बैठक में तय की जाएगी। यह भी कहा कि इस बीच संगठन का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल तथा मुख्य सचिव से मिलेगा। साथ ही पूर्व राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी से भी मुलाकात की जाएगी।