ब्रेकिंग न्यूज- पेपर लीक मामले में कुमाऊं के दो कारोबारी रडार पर, कई जिलों की कोर्ट में भी तैनात हो सकते हैं नकल करने वाले कनिष्ठ सहायक

देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले में अब कुमाऊं के दो कारोबारियों का नाम सामने आ रहा है। जानकारी के अनुसार…

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देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले में अब कुमाऊं के दो कारोबारियों का नाम सामने आ रहा है। जानकारी के अनुसार इनका काम भी उत्तरकाशी के हाकम सिंह रावत जैसा ही है। इन्होंने भी दर्जनों अभ्यर्थियों को लाखों रुपये लेकर पेपर मुहैया कराए थे। हालांकि एसटीएफ इनके बारे में पूरी जानकारी जुटा चुकी है और जल्द इन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। वहीं न्यायिक कनिष्ठ सहायक भर्ती परीक्षा में धांधली की बात लगभग 20 दिन पहले ही सामने आ चुकी थी। दो कनिष्ठ सहायकों की गिरफ्तारी के बाद इसकी आशंका जताई गई थी।

कुमाऊं क्षेत्र के दो कारोबारियों में से एक खनन से जुड़ा है और दूसरा कृषि उत्पाद की प्रोसेसिंग यूनिट चलाता है। सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ ने इनमें से एक कारोबारी से पूछताछ भी कर ली है। जल्द ही कुमाऊं से कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। बताते चलें कि मामले में अब तक 20 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

वहीं पुलिस छानबीन में आरोपियों ने अपने कई साथियों के बारे में जानकारी भी दी है। इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि इस तरह के कई लोग प्रदेश के कई न्यायालयों में तैनात हैं। सूत्र तो यहां तक दावा करते हैं कि इनमें से कई लोगों की तो अर्हता तक नहीं थी। फिर भी उन्होंने नौकरी हासिल कर ली।

अब इस भर्ती परीक्षा की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि इसकी जब परतें खुलेंगी तो कई लोग बेनकाब होंगे। कई लोगों को नौकरी से हाथ भी धोना पड़ सकता है। हालांकि, शुरुआती स्तर पर एसटीएफ के अधिकारियों ने इस मामले में कुछ बोलने से इनकार किया है।