BWF World Championship: अल्मोड़ा के lakshya sen ने 20 साल की उम्र में रचा इतिहास, जीता ब्रॉन्ज

स्पेन में खेली जा रही BWF World Championship में अल्मोड़ा के lakshya sen ने 20 साल की उम्र में कास्य पदक हासिल कर इतिहास रच…

BWF World Championship: Almora's lakshya sen created history at the age of 20

स्पेन में खेली जा रही BWF World Championship में अल्मोड़ा के lakshya sen ने 20 साल की उम्र में कास्य पदक हासिल कर इतिहास रच दिया है। lakshya sen ने मेंस सिंगल्स में ब्रॉन्ज जीता हैं।

सेमीफाइनल मुकाबले में लक्ष्य हमवतन kidambi srikanth की चुनौती को पार नही कर सके और श्रीकांत ने लक्ष्य सेन को 17-21, 21-14, 21-17 से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर एक और पदक पक्का कर लिया। फाइनल में पहुंचने वाले भारत के kidambi srikanth ने इतिहास रचा है।

श्रीकांत विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर और कुल तीसरे शटलर बन गये हैं। इससे पहले पीवी सिंधु और साइना नेहवाल ही वीमेंस सिंगल्स के फाइनल में पहुंची हैं।


सेमीफाइनल मुकाबले में 19वीं रैंक वाले lakshya senऔर 14वीं रैंक के kidambi srikanth के बीच मुकाबला बहुत रोमाचंक रहा। अल्मोड़ा के 20 वर्षीय शटलर लक्ष्य ने पहला सेट 21—17 से जीता। ताबड़तोड़ स्मैश और अचूक क्रॉस कोर्ट रिटर्न्स के दम पर लक्ष्य ने पहला सेट महज 17 मिनट में ही जीत लिया था। दूसरे सेट में भी लक्ष्य शुरूवात में 8—4 से आगे चल रहे थे लेकिन बाद में वह यह बढ़त को बरकरार नही रख सके और देखते ही देखते किदांबी श्रीकांत ने 16—12 से आगे हो गये। यह सेट श्रीकांत ने 21 मिनट में 21—14 से आसानी से जीत लिया।


तीसरे सेट में दोनो खिलाड़ियो पर थकान हावी होने लगी थी और कई बार दोनो खिलाड़ी कोर्ट पर गिरे थी। तीसरे सेट में भी एक बार लगा कि लक्ष्य यह गेम जीत लेंगे। लक्ष्य सेन उस समय 11—8 से आगे चल रहे थे और फिर लक्ष्य 15—13 से आगे हो गये। श्रीकांत ने सेट पर एक बार फिर से पकड़ बनायी और तीसरे और निर्णायक सेट में 21—17 से जीत दर्ज कर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।