अल्मोड़ा:02 मई। लॉक डाउन के दौरान अल्मोड़ा में फंसे मजदूरों (laborers)को घर भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। पहले लॉट में जिले के विभिन्न स्थानों से 704 यूपी मूल के मजदूरों को प्रशासन ने वाहनों की व्यवस्था कर घर भेजने की कार्रवाई की।
शनिवार को रानीखेत से 135,सल्ट व स्याल्दे से 136,द्वाराहाट के 46,जैंती से 50,चौखुटिया से 69 और अल्मोड़ा नगर क्षेत्र से 271 लोगों को रवाना किया गया।
जिसके बाद मजदूरों ने राहत की सांस ली। एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने बताया कि जिले से यूपी के 704 मजदूरों को आज सुबह प्रशासन ने अपने घरों को भेज दिया है।
जिला मुख्यालय, सोमेश्वर, जागेश्वर और लमगड़ा क्षेत्र के मजदूरो को अल्मोड़ा से, रानीखेत,चौखुटिया और सल्ट में रह रहे मजदूरों को रानीखेत और सल्ट क्षेत्र में रह रहे मजदूरों को मोहान से उनके घरों के लिए रवाना किया गया।
बताते चले कि पिछले 40 दिनों से लाँक डाउन के कारण मजदूरों के पास न तो काम था और न ही खाने के लिए पैसे बचे थे,सामाजिक संगठन की मजदूरों को भोजन करा रहे थे।
प्रशासन ने इन मजदूरों को विभिन्न स्थानों पर बनाए गए राहत शिविरों में ठहराया था। सुभम और प्रवीण नाम के मजदूरों ने बताया कि वह लखीमपुर के रहने वाले हैं और पिछले 40 दिनों से फंसे थे और बाड़ेछीना राहत कैंप में रह रहे थे।उन्होंने कहा कि आज वह घर जा रहे हैं इसकी उन्हें काफी खुशी है।