उत्तरा न्यूज एक्सक्लूसिव: कुमाऊं विवि (Kumaun University) का अजब हाल, प्रश्न 6 अंक का और दे दिए 11
आरटीआई में कुमाउं विवि (Kumaun University) की इस लापरवाही का हुआ खुलासा अल्मोड़ा। समय—समय पर अपने कारनामों से सुर्खियों में रहने वाले कुमाउं विवि (Kumaun…
आरटीआई में कुमाउं विवि (Kumaun University) की इस लापरवाही का हुआ खुलासा
अल्मोड़ा। समय—समय पर अपने कारनामों से सुर्खियों में रहने वाले कुमाउं विवि (Kumaun University) की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। लापरवाही का हाल यह है कि एमए समाजशास्त्र के एक छात्र की उत्तरपुस्तिका जांचने में भारी भरकम गलतियां की गई है। उत्तरपुस्तिकां जांचने वाले शिक्षक ने 6 अंक के प्रश्न में 11 अंक दे डाले और एक प्रश्न को शिक्षक जांचना ही भूल गया। छात्र द्वारा आरटीआई के माध्यम से उत्तरपुस्तिका निकलवाई जाने पर इसका खुलासा हुआ।
दरअसल कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल (Kumaun University) के सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोड़ा में एमए समाजशास्त्र द्वितीय सेमेस्टर के छात्र आशीष पंत ने बताया कि उन्होंने बीते दिसंबर माह में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा दी। करीब 1 माह पहले परीक्षा का परिणाम आया तो उनका रिजल्ट पास आया। आशीष ने बताया कि उन्होंने सभी पेपर काफी अच्छे से साल्व किए थे। लेकिन उम्मीद से काफी कम अंक प्राप्त होने पर उन्होंने आरटीआई के माध्यम से कुमाउं विवि (Kumaun University)से सभी उत्तरपुस्तिकाओं की छायाप्रति मांगी।
गुरुवार की शाम जब उत्तरपुस्तिकाओं की छायाप्रति उनके पास पहुंची और उन्होंने प्रथम प्रश्न पत्र की उत्तरपुस्तिका को खोल कर देखा तो वह दंग रह गए। आशीष ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले सेक्सन—बी यानि दीर्घ उत्तरीय प्रश्न हल किए थे। जिसमें कुल 5 प्रश्नों में से 3 हल करने होते है। प्रत्येक प्रश्न 15 अंक का होता है। उन्होंने सभी 3 प्रश्न हल किए थे। उत्तरपुस्तिकां जांचने वाले शिक्षक ने सभी 3 प्रश्नों के उत्तर में उन्हें प्रत्येक में साढ़े 4 अंक ही दिये है।
इसके बाद उत्तरपुस्तिका में सेक्सन—ए यानि लघु उत्तरीय प्रश्नों को जांचने में शिक्षक ने काफी लापरवाही की है। आशीष ने बताया कि सेक्सन—ए में कुल 8 प्रश्नों में से 5 हल करने थे और प्रत्येक प्रश्न 6 अंक का था। जहां प्रश्नों को जांचने में शिक्षक ने लापरवाही की इंतहा पार कर दी।
आशीष का आरोप है कि सेक्सन—ए का पहला प्रश्न हल करने के बावजूद भी शिक्षक ने उसमें कोई अंक नहीं दिए जबकि दूसरे प्रश्न में 11 अंक, तीसरे व चौथे प्रश्न में 10—10 अंक तथा पांचवे प्रश्न में साढ़े 4 अंक दिए है। जबकि प्रत्येक प्रश्न के 6 अंक निर्धारित थे। आशीष ने मामले की शिकायत परिसर निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट से की है।
गौरतलब है कि एसएसजे परिसर में इससे पहले भी ऐसे प्रकरण सामने आ चुके है। आरटीआई के माध्यम से उत्तरपुस्तिकाएं खुलवाई जाने पर कई बार कॉपी जांचने वाले शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है। जिससे विवि व परिसर की छवि धूमिल हुई है।
इस प्रकरण के सामने आने के बाद एक बार फिर कुमाउं विवि (Kumaun University)की शिक्षक प्रणाली पर सवाल उठने लगे है। बार—बार ऐसी लापरवाही सामने आने के बाद भी विवि प्रशासन द्वारा ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं करने से ऐसा प्रतीत होता है कि विवि प्रशासन कैंपस व महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र—छात्राओं के भविष्य से खुलेआम खिलवाड़ कर रहा है।
इधर मामले में जब एसएसजे के परिसर निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह परिसर स्तर की लापरवाही है वह मामले को लेकर कुलपति व विवि प्रशासन से बात करेंगे। प्रो. बिष्ट ने कहा कि विवि प्रशासन को ऐसे शिक्षकों पर नियमानुसार विभागीय कार्रवाई करनी चाहिए ताकि किसी छात्र—छात्रा के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो।