कुमांऊ आयुक्त(Kumaon Commissioner) ने कहा पिथौरागढ़ की रई और चम्पावत की गौरी गंडक नदी भी की जाएंगी पुर्नजीवित वीसी कर अधिकारियों को दिए निर्देश

Kumaon Commissioner

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Kumaon Commissioner said that Rai of Pithoragarh and Gauri Gandak river of Champawat will also be given instructions to revive VC tax officials

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अल्मोड़ा,29जून 2020— कुमांऊ आयुक्त (Kumaon Commissioner)अ​रविंद सिंह ह्याकी ने कहा कि नदियों का पुनर्रजनन अभियान कार्यक्रम की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा के अलावा अब पिथौरागढ की रई और चम्पावत की गौरी गंडक को भा पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है.

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आयुक्त (Kumaon Commissioner)दो दिन के दौरे पर आज अल्मोड़ा पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों से नदियों के पुनर्रजनन को दीर्घकालीन योजनाएं बनाने पर जोर दिया.

सोमवार को विकास भवन में विडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से कुमाऊॅ मण्डल के जिलाधिकारियों व अन्य अधिकाारियों से नदियों के पुर्नजनन अभियान की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को उनके जनपदों में एक-एक नदियों को पुर्नजीवित करने के लिये दिये गये लक्ष्य में अभी तक की गयी तैयारियों की जानकारी प्राप्त की.

आयुक्त ने बताया कि नदियों के पुर्नजनन के लिये ‘कुमाऊ मण्डल नदी पुर्नजनन समिति’ बनायी गयी है जिसका इस कार्य में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा.

उन्होंने कहा कि जनपद अल्मोड़ा में कोसी नदी को पुर्नजीवित करने का जो अभियान चलाया गया है इस अभियान की देश व प्रदेश में सराहना की गयी है.


अन्य जनपद इस अभियान से सीख लेकर जल संरक्षण व नदी पुर्नजनन अभियान के अन्तर्गत कार्य करें.

आयुक्त ने कहा कि यह दीर्घकालीन योजना है इसके लिये जरूरी हो जाता है कि ऐसे कार्याें की योजना बहुत ही महत्वपूर्ण होती है.

जितनी बेहतर हमारी योजना होगी उसके दूरगामी परिणाम उतने ही सुखद होंगे. इसके अलावा मानीटरिंग के कार्य को भी प्राथमिकता देनी होगी.

उन्होंने कहा कि किये गये कार्यों की नियोजित माॅनीटरिंग अभियान को सफल बना सकती है.
आयुक्त(Kumaon Commissioner) ने कहा कि जनपद बागेश्वर में गरूड़ गंगा व नैनीताल द्वारा शिप्रा नदी व जनपद उधमसिंह नगर में कल्याणी नदी को पुर्नजीवित किये जाने हेतु कार्य गतिमान है.

उन्होंने कहा कि जनपद चम्पावत में गौड़ी गण्डक, पिथौरागढ़ में रई को पुर्नजीवित किये के लिये प्रस्तावित किया गया है.उन्होंने दोनों जनपदों को कार्य योजना के लिये यथाशीध्र निर्देश दिये.

आयुक्त ने कहा कि इसके लिये तकनीकी सहयोग प्रो0 जे0एस0रावत से सहयोग लिया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि जल संरक्षण मुख्यमंत्री व भारत सरकार की प्राथमिकताओं में एक है इसे ध्यान में रख कर जल-संरक्षण व संर्वद्धन के कार्याें को गम्भीरता से लें.

इस दौरान जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने कोसी पुर्नजनन के तहत किये गये कार्याें के बारे में जानकारी देते हुये वर्ष 2020-21 की कार्य योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष कुजंगढ नदी को पुर्नजीवित किये जाने की कार्य योजना रखी गयी है.

उन्होंने विस्तार पूर्वक किये गये कार्याें के बारे में बताया। जिलाधिकारी ने कहा कि हरेला पर्व पर कुंजगढ नदी के रिचार्ज जोन में पौधारोपण किया जायेगा.

वीसी में एनआरडीएमएस के प्रो0 जे0एस0रावत ने पीपीटी के माध्यम से कोसी नदी व अन्य जनपदों द्वारा किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से बताया. इस दौरान प्रो0 रावत ने आयुक्त को प्रस्तावित कुंजगढ नदी पुर्नजनन योजना का शोध पत्र भी सौंपा.

उन्होंने मैकेनिकल ट्रीटमेन्ट पर ज्यादा ध्यान देने की बात कही.
वहीं पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल के वैज्ञानिको द्वारा भी भागीदारी की। संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 जगदीश कुनियाल, ने विभिन्न जिलों हेतु बनाये जा रहे पर्यावरणीय प्लान की प्रस्तुति दी. वैज्ञानिक डा0 वसुधा अग्निहोत्री ने कोसी मंे किये जा रहे रिचार्ज जोन अध्ययन की जानकारी दी.

इस अवसर पर कुमाऊ मण्डल के सभी जिलाधिकारियों ने नदी पुर्नजीवन के बारे में की गयी कार्यवाही की जानकारी दी. इस वीसी में वन संरक्षक प्रवीण कुमार मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव व अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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