कुदरत ने निखारा पहाड़ो का सौंदर्य, अल्मोड़ा की हर चोटी बर्फ से हुई लकदक, कहीं 10 तो कहीं 56 सालों बाद हुई कुदरत की मेहरबानी

सुबह से ही बर्फबारी देखने उमड़े लोग खूब की मस्ती यहां देखें बर्फबारी के आकर्षक नजारे अल्मोड़ा। जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में अल्मोड़ा के…

सुबह से ही बर्फबारी देखने उमड़े लोग खूब की मस्ती

यहां देखें बर्फबारी के आकर्षक नजारे

अल्मोड़ा। जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में अल्मोड़ा के लिए कुदरत मेहरबान साबित हुई। मंगलवार की सुबह जब लोग उठे तो यहां की हर चोटी बर्फ से लकदक दिखी। कहीं 56 साल बाद बर्फ के दर्शन हुए तो कहीं पहाड़िया पिछले साल की अपेक्षा चादनी छटा से खिली हुई दिखाई दी। बर्फबारी की सूचना मिलने पर प्रकृति प्रेमियों के चेहरे खिल गये। उन्होंने जमकर बर्फबारी का लुत्फ भी उठाया। अल्मोड़ा के कसारदेवी, वृद्ध जागेश्वर, जागेश्वर, आरतोला, धौलादेवी, बाराकूना,रानीखेत, चौबटिया,जौरासी,दूनागिरी, जलना, शहरफाटक, शीलताखेत, सीमावर्ती नैनीताल के धानाचूली सहित सभी पहाड़ियों में मानों कुदरत ने चांदी का श्रंगार कर दिया हो। बारिश और बर्फबारी को हर लिहार से मुफीद माना जा रहा है। बागवानों, काश्तकारों को राहत तो मिली ही है। प्रकृतिप्रेमियों के उत्साह के चलते पर्यटन व्यवसाय को भी संजीवनी मिली है। जौरासी क्षेत्र में लंबे अरसे बाद लोगों को बर्फ के दर्शन हुए हैं। बिनसर की पहाड़ियों में भी हिमपात हुआ है। इस बारिश और बर्फबारी को पेयजल स्रोतों के लिए भी बरदान माना जा रहा है। प्रकृति के सौंदर्यबोध ऐसा है कि इसे शब्दों में ढालना मुमकिन नहीं हैं। कुदरत की इस मेहरबानी ने किस तरह धरती का श्रंगार किया है उसे आप चित्रों में खुद देख लीजिए।

photo-uttra news
बर्फबारी के बाद ​बर्फ से खेलते लोग
बर्फबारी का आनंद लेता युवा
जौरासी में हिमपात के बाद का दृश्य