एक जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है नया साल जानिए

देशभर में अलग अलग धर्म के लोग एक जनवरी को अलग अलग तरीके से नए साल का जश्न मनाते है। हर देश में एक जनवरी…

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देशभर में अलग अलग धर्म के लोग एक जनवरी को अलग अलग तरीके से नए साल का जश्न मनाते है। हर देश में एक जनवरी को ही नया साल मनाया जाता है। लेकिन नया साल मनाने का हर देश में दिन अलग होता है। जैसे भारत में नया साल एक जनवरी को मनाया जाता है लेकिन हिंदू नववर्ष की शुरुआत 9 अप्रैल से होगी, लेकिन जॉर्जियाई कैलेंडर के मुताबिक 1 जनवरी में अंक साथ होती है। लेकिन क्या आप जानते है कि एक जनवरी को ही क्यों नया साल मनाया जाता है।

ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार एक जनवरी साल का पहला दिन है। इसलिए 1 जनवरी ही नया साल मनाने का दिन बन गई। समय के साथ साथ अधिकतर देशों ने ग्रेगोरियन कैलेंडर का प्रयोग करना शुरू कर दिया।

मिडिल एज में नए साल का जश्न ज्यादातर यूरोपीय देशों में 25 मार्च को मनाया जाता था। छुट्टी के साथ , फ्रांस के कुछ क्षेत्रों में विशेष रूप से एक अप्रैल को नया साल मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर बनने के बाद कई लोग एक जनवरी को नया साल मनाते है और एक अप्रैल को फूल दिवस मनाया जाता है।