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आखिर क्यों दवा फैक्टरी के श्रमिक ने दिया आत्मदाह का पत्र।

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रामनगर संवाददाता, उत्तरा कार्यालय।

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राज्य की सबसे बड़ी दवा फैक्टरी रही आईएमपीसीएल,मोहान के संविदा श्रमिक ने प्रधानमंत्री, भारत सरकार के आयुष मंत्रालय, सांसद अल्मोडा, सल्ट विधायक, सहित स्थानीय मीडिया कर्मियों को आईएमपीसीएल में शोषण के विरुद्ध आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। फैक्टरी के श्रमिक आशीष वर्मा पुत्र श्री प्रदीप वर्मा निवासी पैंठपडाव रामनगर ने पत्र के माध्यम से कहा है, कि इंडियन मेडिसिन फार्मासिटिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, मोहान मेंस्थित प्रतिष्ठान है इस निगम में वह अस्थाई रूप से दस वर्ष से कार्यरत है इस प्रतिष्ठान में उनके साथ निरंतर शोषण किया जा रहा हैं उनके कर्मचारी हितो की अनदेखी की जा रही है निगम में वर्तमान में चौदह अस्थाई कर्मचारी कार्य कर रहे है स्थाई कार्यों मे संलग्न होने के बावजूद उन्हें समान वेतन नहीं दिया जा रहा हैं तथा उनके लंबे समय से चली आ रही नियमितीकरण की मांग को अनदेखा कर उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है । इसके अतिरिक्त उन्हीं की भांति कार्य कर रहे कुछ अन्य अस्थाई कर्मचारियों को नियमित कर दिया गया है। आईएमपीसीएल भारत सरकार का उद्यम है जिसकी स्थापना उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र के लोक कल्याण हित रोजगार प्रदान करने हेतु तथा पलायन रोकने हेतु की गई थी। भारत सरकार के इस निगम द्वारा कर्मचारियों का शोषण करने से आशीष वर्मा काफी आहत है आशीष वर्मा ने प्रधानमंत्री , श्रम एवं रोजगार मंत्री, आयुष मंत्रालय, विधायक सल्ट सुरेंद्र सिंह जीना , सांसद अल्मोडा अजय टम्टा , प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस प्रीतम सिंह , पूर्व सीएम हरीश रावत, श्रमिक संगठन सीटू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भेजकर कहा है कि अगर उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती तो दिनांक बीस अक्टूबर को निगम मुख्य गेट पर आत्मदाह करेंगे ।