जाने कैसे हुआ कन्नौज रेलवे स्टेशन का इतना बड़ा हादसा ?अब यूपी सरकार ने लिया एक्शन, जाने दबे मजदूरों के नाम

कन्नौज रेलवे स्टेशन पर बना रहे लिंटर के गिरने से जो हादसा हुआ है वह एक क्वालिटी पर भी सवाल उठा रहा है। अभी पूछा…

कन्नौज रेलवे स्टेशन पर बना रहे लिंटर के गिरने से जो हादसा हुआ है वह एक क्वालिटी पर भी सवाल उठा रहा है। अभी पूछा जा रहा है कि क्या घटिया सामग्री से निर्माण किया जा रहा था। पुरानी बिल्डिंग के नजदीक बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा था।


13 करोड़ की लागत से स्टेशन के वेटिंग एरिया का रिनोवेशन का काम किया जा रहा था। यह निर्माण कार्य पिछले 1 साल से किया जा रहा है। इस कार्य का ठेका आशुतोष एंटरप्राइजेज को दिया गया था और ठेकेदार का नाम विलास राय था जो काम करवा रहा था।


शनिवार दोपहर अचानक प्लेटफार्म पर निर्माणाधीन दो मंजिला भवन का ऊपरी लेंटर ढह गया, जिसके कारण 40 मजदूर मलबे में दब गए। घटना की सूचना दोपहर 2:39 पर रेलवे पुलिस को मिली ।


पूर्वोत्तर रेलवे के CPRO पंकज कुमार सिंह ने बताया कि हादसे में 5 मजदूर घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए मजदूरों को ढाई लाख रुपए दिए जाएंगे जबकि मामूली रूप से घरेलू मजदूरों को ₹50000 का मुआवजा देने की घोषणा की गई है रेलवे और राज्य सरकार की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।


यूपी सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। घटना के बाद रेलवे, प्रशासन और पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। साथ ही भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियां मुश्किल से घटनास्थल से गुजर पा रही थीं।

प्रत्यक्षदर्शी मजदूर महेश कुमार ने बताया, “मैं खाना खाकर आया था और मसाले का पहला चक्कर लगा ही था कि लेंटर गिर गया। हम समझ ही नहीं पाए कि क्या हुआ। हादसे के वक्त वहां 40 से 50 लोग मौजूद थे।”


घायल मजदूरों के नाम
घायलों में राम बहादुर (सरायमीरा), आर्यन (सरायमीरा), कमलेश (सुक्खापुरवा), ध्रुव (चौराचांदपुर), कमलेश (चौराचांदपुर), अनिल (चौराचांदपुर), श्यामू (चौराचांदपुर), संदीप (चौराचांदपुर), विकास (ईसवापुर), संजेश (नेरा), राजा (ईसवापुर), रामरूप (चौराचांदपुर), रोहित (चौराचांदपुर), स्वामी दास (बलिया), आदेश पाल (ईसवापुर) शामिल हैं। घायल मजदूरों को राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा रेफर किया गया है।