CBSE Board Results : जानिए कैसे बनाया जाता है सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट, ऐसे दिए जाते है ग्रेड

CBSE Board Results : देशभर में छात्र बड़ी बेसब्री से CBSE board term two exam result का इंतजार कर रहे है। कई बार ऐसे अनाधिकृत…

CBSE issued these important guidelines

CBSE Board Results : देशभर में छात्र बड़ी बेसब्री से CBSE board term two exam result का इंतजार कर रहे है। कई बार ऐसे अनाधिकृत जानकारियां सामने आ रही है, जिनसे पता चल रहा था की बोर्ड के रिजल्ट्स जल्द जारी हो जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। रिजल्ट कब आएगा भले ही ना पता हो लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि CBSE Board का रिजल्ट कैसे तैयार होता है और जिस grading system के तहत आपका रिजल्ट बनाया जाता है, वह सिस्टम क्या होता है।

दरअसल ग्रेडिंग सिस्टम वो सिस्टम होता है, जिसमें हमें पहले की तरह परीक्षा में प्राप्त परिणाम अंकों के रूप में नहीं बल्कि ग्रेड के रूप में दिए जाते हैं। आपको बता दें कि यह मुश्किल होता है कि जो ग्रेड मिला है, उसे कितने प्रतिशत अंकों में बांटा जाए। आपको बतादें को CBSE Board के द्वारा 9 point scale grading system के आधार पर result घोषित किया जाएगा। चलिए जानते हैं यह 9 प्वाइंट स्केल ग्रेडिंग सिस्टम क्या होता है।

दरअसल 9 point scale grading system में A-1 से लेकर E-2 तक 9 ग्रेड होते है, जिन्हें 100 में से आपके कितने नंबर आए है इसके आधार पर तय किया जाता है। अब मान लीजिए आपके नंबर 91 से 100 के बीच आते हैं तो इसमें आपको 10 grade point मिलते हैं और आपका ग्रेड A-1 होता है।
ऐसे ही अगर 81 से 90 के बीच में आपके अंक आते हैं तो आपका ग्रेड A-2 होता है और इसमें आपको 9 ग्रेड प्वाइंट मिलते हैं।

अगर आप के अंक 71 से 80 के बीच में आते हैं तो आपको 8 ग्रेड पॉइंट मिलते हैं और आपका grade B-1 होता है।
61 से 70 नंबर लाने वाले छात्रों को 7 ग्रेड प्वाइंट मिलते हैं और उनका ग्रेड B-2 होता है।
जिन छात्रों के अंक 51 से 60 के बीच में होते हैं, उन्हें 6 grade point दिए जाते हैं और उनका ग्रेड C-1 होता है।
40 से 50 के बीच में अंक प्राप्त करने वाले छात्रों का ग्रेड पॉइंट 5 होता है और उनका ग्रेड C-2 होता है।


जिन छात्रों के अंकित 30 से 40 के बीच में होते हैं उन्हें 4 ग्रेड प्वाइंट मिलते हैं और उनका ग्रेड D-3 होता है।
जिन छात्रों के अंक 21 से 32 के बीच आते हैं उन्हें E ग्रेड दिया जाता है और जिनके 0 से 20 के बीच में आते हैं उन्हें E-2 ग्रेड में माना जाता है।

अब अगर आप अपना रिजल्ट CGPA में नहीं बल्कि प्रतिशत में निकालना चाहते हैं, तो आपको अपने CGPA को 9.5 से गुणा करना होगा। यानी कि अगर आपका CGPA 7.8 है तो आप उसे 9.5 से गुणा कीजिए, तो उत्तर 74.1 आएगा और आपका प्रतिशत में रिजल्ट भी 14.1 होगा। तो यह था CBSE Board Results में मिलने वाले ग्रेड का सारा गणित।